अंतरिक्ष में नौ महीने बिताने के बाद भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अब जल्द ही धरती पर लौटने वाली हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस बात की आधिकारिक जानकारी दी हैं।
केप कैनावेरल: अंतरिक्ष में नौ महीने बिताने के बाद भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अब जल्द ही धरती पर लौटने वाली हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस बात की आधिकारिक जानकारी दी है। हालांकि, उनकी यह यात्रा कुछ हफ्तों के लिए ही तय की गई थी, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण उनकी वापसी में लंबी देरी हो गई।
नासा के मुताबिक, बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में अगले दल के पहुंचने तक इंतजार करना होगा। इसके बाद वे इस महीने के अंत तक अपने विशेष स्पेसएक्स कैप्सूल में अन्य दो अंतरिक्ष यात्रियों के साथ पृथ्वी पर वापसी करेंगी।
तकनीकी खामी बनी देरी की वजह
दरअसल, बोइंग का नया "स्टारलाइनर कैप्सूल" जून 2023 में अंतरिक्ष स्टेशन तक सुनीता विलियम्स और उनके दल को पहुंचाने में सफल तो रहा, लेकिन वहां कई तकनीकी खामियां सामने आईं। इन खामियों के चलते नासा ने स्टारलाइनर को यात्रियों के लिए असुरक्षित करार दिया, जिसके चलते कैप्सूल बिना किसी यात्री के पृथ्वी पर वापस भेज दिया गया।
एलन मस्क और ट्रंप की प्रतिक्रिया
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने इस देरी के लिए पिछली अमेरिकी प्रशासनिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। मस्क ने अंतरिक्ष स्टेशन के भविष्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि ISS को डिऑर्बिट (विनष्ट) करने की योजना को दो साल के भीतर लागू किया जाना चाहिए, जबकि नासा का प्रस्तावित कार्यक्रम 2031 तक का हैं।
सुनीता विलियम्स का भावुक संदेश
तीसरी बार अंतरिक्ष यात्रा कर रही सुनीता विलियम्स ने कहा कि अंतरिक्ष में बिताए गए अप्रत्याशित अतिरिक्त समय ने उनके और उनके परिवार के लिए कठिन परिस्थितियां पैदा कर दीं। उन्होंने कहा, "यह सफर हमारे लिए तो चुनौतीपूर्ण रहा ही, लेकिन हमारे परिवारों के लिए भी यह एक मुश्किल दौर था। मैं अब अपने घर लौटने और अपने प्यारे लैब्राडोर डॉग्स से मिलने का इंतजार नहीं कर सकती।"