Republic Day 2025: गूगल ने गणतंत्र दिवस पर खास डूडल बनाया, भारत की सांस्कृतिक धरोहर को किया प्रदर्शित

Republic Day 2025: गूगल ने गणतंत्र दिवस पर खास डूडल बनाया, भारत की सांस्कृतिक धरोहर को किया प्रदर्शित
Last Updated: 1 दिन पहले

Republic Day 2025: भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है और इस खास मौके को और भी खास बनाने के लिए गूगल ने एक अद्भुत डूडल क्रिएट किया है। यह डूडल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है, जो गणतंत्र दिवस की परेड और भारत के विविधतापूर्ण जीवन को सही तरीके से पेश करता हैं।

गूगल का यह डूडल कलाकार रोहन दहोत्रे द्वारा डिजाइन किया गया है, जो भारत के विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों की जीवंतता और रंग-बिरंगे परिदृश्यों को दर्शाता है। इस डूडल में हमें ऐसे जानवरों और दृश्यों का चित्रण मिलता है, जो भारत के विविध वन्य जीवन और सांस्कृतिक प्रतीकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

गूगल डूडल में क्या खास है?

गूगल के इस विशेष डूडल में विभिन्न जानवरों का चित्रण किया गया है, जो भारत के विभिन्न क्षेत्रों और सांस्कृतिक धरोहरों का प्रतीक हैं। इसमें एक हिम तेंदुआ दिखाया गया है, जो लद्दाख की पारंपरिक पोशाक पहने हुए है। इसके पास खड़ा बाघ म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट पकड़े हुए है, जबकि उड़ते हुए मोर को भारत के राष्ट्रीय पक्षी के रूप में दिखाया गया है। इसके अलावा, एक हिरण पोशाक पहने हुए है, जो हाथ में छड़ी पकड़कर खड़ा हैं।

गूगल डूडल की इस कलाकृति में गणतंत्र दिवस परेड के महत्व और उसकी विशेषताओं को दिखाने का प्रयास किया गया है। परेड में भारत के विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों से सांस्कृतिक झांकियां, रंग-बिरंगे परिधान, और शौर्य प्रदर्शन होते हैं, जो गणतंत्र दिवस की महानता को दर्शाते हैं।

गणतंत्र दिवस परेड की महत्वता

गणतंत्र दिवस की परेड भारत के सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय कार्यक्रमों में से एक है। हर साल 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर यह परेड आयोजित की जाती है, जिसमें भारतीय सेना और सांस्कृतिक संस्थाओं की झांकियां शामिल होती हैं। इस साल भी परेड में "स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास" थीम पर 31 झांकियां निकाली जाएंगी। यह परेड कर्तव्य पथ से इंडिया गेट तक चलती है और करीब 10 हजार मेहमानों को आमंत्रित किया गया हैं।

गूगल ने इस परेड के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस परेड न केवल भारत की सैन्य ताकत को दर्शाती है, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक धरोहर और विविधता का भी प्रतीक है। भारत के विभिन्न हिस्सों से जुड़ी झांकियां, पोशाकें, और कला का प्रदर्शन इस दिन को और भी खास बना देता हैं।

भारत के संविधान की स्वीकृति का दिन

गणतंत्र दिवस 1950 में भारत के संविधान के लागू होने का दिन है। यह दिन भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और विकास को दर्शाता है। 1950 में भारत ने आधिकारिक रूप से अपना संविधान अपनाया था, जो देश की कानूनी और राजनीतिक व्यवस्था का आधार बना।

गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो भारत के मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में शामिल होंगे। यह एक ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि यह पहला मौका है जब तीनों सेनाओं की झांकी सशस्त्र बलों के बीच एकता और सहयोग का संदेश देने के लिए दिखाई जाएगी।

परेड के दौरान सांस्कृतिक प्रदर्शन

इस साल गणतंत्र दिवस परेड में 5000 कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन होगा। यह कलाकार कर्तव्य पथ पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे और पूरे क्षेत्र को कवर करेंगे। इस साल की परेड सुबह 10:30 बजे शुरू होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी।

गूगल के इस डूडल से हम यह समझ सकते हैं कि गणतंत्र दिवस केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह भारत की विविधता, समृद्धि, और एकता का प्रतीक है। गूगल ने इस डूडल के माध्यम से यह दिखाया है कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है और यह देश के विकास और अखंडता में कैसे योगदान देती हैं।

गणतंत्र दिवस 2025 पर गूगल का यह डूडल भारत के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करता है। यह डूडल न केवल गणतंत्र दिवस के जश्न को मनाने का एक तरीका है, बल्कि यह भारत की विविधता और समृद्ध धरोहर को एक मंच पर लाने का भी एक प्रयास है। इस मौके पर गूगल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह अपने डूडल के माध्यम से देश की सांस्कृतिक धरोहर और इतिहास को सम्मानित करने के लिए हमेशा तैयार रहता हैं।

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