2025 में अब तक भारतीय एयरलाइनों में 183 तकनीकी गड़बड़ियाँ दर्ज की गईं। सरकार ने बताया कि पिछले वर्षों के मुकाबले इसमें कमी आई है। अहमदाबाद हादसे के बाद सुरक्षा जांच और कड़ी कर दी गई है।
Flight Technical Issues: भारत की एयरलाइनों में तकनीकी समस्याओं को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। 2025 में 23 जुलाई तक देश की विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स में कुल 183 तकनीकी खराबियां दर्ज की गईं। सरकार ने संसद में यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह आंकड़ा पिछले वर्षों की तुलना में कम जरूर है, लेकिन चिंताजनक बना हुआ है।
पिछले वर्षों की तुलना में गिरावट
नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू के अनुसार, 2024 में कुल 421 तकनीकी गड़बड़ियों की रिपोर्ट आई थी जबकि 2023 में यह संख्या 448 रही थी। इससे पहले 2022 में 528 और 2021 में 514 तकनीकी खराबियां सामने आई थीं। इन आंकड़ों से पता चलता है कि हाल के वर्षों में तकनीकी खामियों की संख्या में धीरे-धीरे गिरावट आ रही है, लेकिन समस्या पूरी तरह खत्म नहीं हुई है।
अहमदाबाद हादसे के बाद DGCA की कार्रवाई तेज
12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन गेटविक जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट बोइंग 787-8 टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में 260 यात्रियों की मौत हुई। इस घटना के बाद विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सुरक्षा नियमों और जांच प्रक्रियाओं को और सख्त कर दिया है। DGCA ने विमान के उन हिस्सों की विशेष जांच के आदेश दिए हैं जो टेक्निकल फेल्योर से सीधे प्रभावित हो सकते हैं।
पिछले पांच वर्षों में 2094 जांचें
सरकार ने यह भी बताया कि 2020 से लेकर 2024 तक कुल 2094 मामलों में गंभीर तकनीकी खामियों पर जांच की गई। इनमें से अधिकांश मामले नियमित निगरानी के तहत आए, लेकिन कुछ गंभीर घटनाओं के बाद की गई त्वरित जांच का भी हिस्सा थे। राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोले ने कहा कि 2024 में तकनीकी गड़बड़ियों की संख्या में 2023 की तुलना में लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट आई है।
यात्रियों की शिकायतों में उतार-चढ़ाव
DGCA के पास अब तक इस साल 3925 यात्री शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। 2024 में यह संख्या 4016 रही थी जबकि 2023 में 5513 शिकायतें मिली थीं। 2022 में 3782 और 2021 में 4113 शिकायतें दर्ज की गई थीं। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि सेवा की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को लेकर यात्रियों की चिंता बनी हुई है।
ICAO और EASA मानकों के अनुरूप नियम
केंद्र सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि भारत में विमान सुरक्षा से संबंधित नियम ICAO (अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन) और EASA (यूरोपीय विमानन सुरक्षा एजेंसी) के मानकों के अनुरूप बनाए जाते हैं। DGCA इन नियमों को समय-समय पर अपडेट करता है ताकि सभी एयरलाइनों की निगरानी और मूल्यांकन प्रभावी रूप से किया जा सके।
एयरलाइनों पर निगरानी और जवाबदेही
सरकार की तरफ से यह भी कहा गया कि सभी एयरलाइनों को तकनीकी खराबियों की तत्काल रिपोर्टिंग और DGCA के दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करना होता है। तकनीकी खामियों को नजरअंदाज करना या देर से रिपोर्ट करना, एयरलाइन की जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है। DGCA समय-समय पर ऑडिट और सस्पेंशन जैसे विकल्पों का भी इस्तेमाल करता है।