आज़म खान और इरफान सोलंकी जेल से रिहा हुए। सपा सांसद रुचि वीरा ने कहा कि पार्टी जल्द सत्ता में लौटेगी। समर्थकों में खुशी और उत्साह का माहौल, कोर्ट के आदेश और राजनीतिक विवादों पर भी चर्चा।
Irfan Solanki Bail: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की रिहाई ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है। हाल ही में आज़म खान और पूर्व विधायक इरफान सोलंकी जेल से रिहा हुए हैं। इस मौके पर सपा सांसद रुचि वीरा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब परेशानियों का दौर खत्म हो गया है और उनकी पार्टी जल्द ही सत्ता में लौटेगी।
इरफान सोलंकी को मिली जमानत
इरफान सोलंकी, जो समाजवादी पार्टी से पूर्व विधायक रह चुके हैं, को जमानत मिल गई है। सपा सांसद रुचि वीरा ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि कुछ दिन पहले आज़म खान रिहा हुए थे और अब इरफान सोलंकी साहब को भी जमानत मिली है। उन्होंने कहा कि यह बहुत सकारात्मक कदम है और इसके बाद पार्टी के लिए राजनीतिक माहौल और मजबूत होगा।
बीजेपी के नेताओं पर सपा सांसद का हमला
रुचि वीरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता अक्सर कटु और नफरत भरी बातें करते हैं। उनका कहना था कि यह अफसोसजनक है कि बीजेपी संविधान की बात करती है लेकिन उनके नेता कभी-कभी कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने की बात भी उठाते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोर्ट की अवमानना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
समर्थकों में खुशी, जोर-जोर से नारे
पूर्व विधायक इरफान सोलंकी लगभग 33 महीने बाद महाराजगंज जेल से बाहर आए। जेल से रिहाई के बाद उनके समर्थकों ने जोर-जोर से नारे लगाए। खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, “शेर आया, शेर आया।” इरफान सोलंकी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके समर्थकों और चाहने वालों की वजह से ही वह राजनीतिक और सामाजिक रूप से मजबूत बने हुए हैं।
आज़म खान की रिहाई
समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खान 23 सितंबर 2025 को जेल से बाहर आए। उन्होंने करीब 23 महीने जेल में बिताए। आज़म खान पर उनका अंतिम मामला 2020 में रामपुर के सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। इस मामले में धोखाधड़ी और अन्य संबंधित अपराधों के आरोप शामिल थे।
अदालत ने सुनाई सजा
अक्तूबर 2023 में रामपुर की एक विशेष अदालत ने आज़म खान, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म खान को 2019 में दर्ज एक मामले में दोषी ठहराया। यह मामला अब्दुल्ला के जन्म प्रमाण पत्र में जालसाजी से जुड़ा था। अदालत ने तीनों को सात साल की सजा सुनाई। हालांकि, तंजीम फातिमा और अब्दुल्ला को बाद में जमानत मिल गई और वे जेल से रिहा हो गए।