Air India हादसे में अब तक 247 पीड़ितों की पहचान डीएनए टेस्ट से हो चुकी है। 232 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। मृतकों में भारत, ब्रिटेन, पुर्तगाल और कनाडा के नागरिक शामिल हैं।
Air India Crash: 12 जून को अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे के बाद मृतकों की पहचान के लिए डीएनए टेस्टिंग का सहारा लिया गया। अब तक 247 पीँडितों की पहचान डीएनए मिलान के माध्यम से हो चुकी है। इनमें से 232 शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। इस हादसे में कुल 270 लोगों की जान गई थी, जिनमें से 241 यात्री विमान में सवार थे और बाकी हॉस्टल परिसर में मौजूद लोग थे। इस हादसे में केवल एक व्यक्ति जीवित बचा, जिसका इलाज अभी भी जारी है।
विमान टेकऑफ के बाद हुआ था बड़ा हादसा
यह विमान लंदन जा रहा था लेकिन टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद वह मेघाणी नगर क्षेत्र स्थित एक हॉस्टल के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि विमान में सवार अधिकांश लोग और जमीन पर मौजूद कई लोग मौके पर ही मारे गए। राहत और बचाव कार्य में बड़ी संख्या में स्थानीय प्रशासन, पुलिस, और चिकित्सा कर्मियों को लगाया गया।
फिल्म निर्माता महेश जिरावाला की पुष्टि
हादसे में अहमदाबाद के निवासी और फिल्म निर्माता महेश जिरावाला की भी मृत्यु हो गई। पुलिस के अनुसार, हादसे के वक्त वह दोपहिया वाहन से उस क्षेत्र से गुजर रहे थे। डीएनए टेस्ट के अलावा जले हुए स्कूटर के इंजन नंबर, चैसिस नंबर और घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भी उनकी पहचान की गई। उनका शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।
कितने देशों के नागरिक हुए हादसे का शिकार
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर राकेश जोशी के अनुसार, 247 डीएनए सैंपल में से 187 भारतीय नागरिक थे। इसके अलावा 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक की भी पहचान हो चुकी है। भारतीय नागरिकों में गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, दीव और नागालैंड के लोग शामिल हैं। यह एक अंतरराष्ट्रीय त्रासदी बन गई, जिसमें विभिन्न देशों के नागरिक अपनी जान गंवा बैठे।
कुछ सैंपल में नहीं हो पाया तत्काल मिलान
डॉ. जोशी ने जानकारी दी कि आठ मामलों में पहले से लिए गए परिजन के डीएनए सैंपल से पहचान नहीं हो पाई, इसलिए उन मामलों में अन्य नज़दीकी रिश्तेदारों के सैंपल मांगे गए हैं। आमतौर पर प्राथमिकता पिता, पुत्र या पुत्री के सैंपल को दी जाती है। अगर वे उपलब्ध नहीं हों तो भाई या बहन के सैंपल से मिलान किया जाता है।
डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया और सहयोगी संस्थाएं
डीएनए परीक्षण एक संवेदनशील और वैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसमें उच्च स्तर की सावधानी और कानूनी प्रोटोकॉल का पालन करना होता है। इस कार्य में फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी, राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और अन्य विशेषज्ञ एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। हादसे के पीँडितों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए यह संयुक्त प्रयास किया जा रहा है ताकि शव उनके परिवारों को सौंपे जा सकें।
शवों के साथ परिजनों की भावनाएं
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर निवासी दीपक पाठक और पुणे के पिंपरी चिंचवड़ निवासी इरफान शेख को डीएनए मिलान के बाद उनके परिजनों को सौंपा गया। दोनों का अंतिम संस्कार भावनात्मक माहौल में किया गया। दीपक पिछले 11 वर्षों से राष्ट्रीय एयरलाइंस में कार्यरत थे। उनका अंतिम संस्कार हजारों लोगों की मौजूदगी में किया गया, जो इस दुखद क्षण में उनके परिवार के साथ खड़े थे। इरफान के अंतिम संस्कार में उनके मित्र, परिजन, पड़ोसी और राजनीतिक प्रतिनिधि भी शामिल हुए।