इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए लॉन्च होने वाला एक्सिओम-4 (Axiom-4) मिशन एक बार फिर से खराब मौसम के कारण टाल दिया गया है। यह तीसरी बार है जब इस मिशन की लॉन्चिंग स्थगित करनी पड़ी है।
Axiom-4 Mission: भारतीय अंतरिक्ष इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ने जा रहा है। 41 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भारत एक बार फिर अंतरिक्ष में अपने प्रतिनिधि को भेजने जा रहा है। हालांकि Axiom-4 मिशन की लॉन्चिंग मौसम की खराबी के कारण दो बार पहले ही टल चुकी थी, लेकिन अब तीसरी बार इसे फिर से स्थगित किया गया है। ताज़ा जानकारी के अनुसार, अब यह ऐतिहासिक मिशन 11 जून 2025 को भारतीय समयानुसार शाम 5:30 बजे फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना होगा।
अंतरिक्ष में भारत की नई छलांग
Axiom-4 मिशन एक वाणिज्यिक मिशन है, जिसे अमेरिकी निजी कंपनी Axiom Space संचालित कर रही है। इस मिशन की खास बात यह है कि इसमें चार देशों के चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं, जिनमें भारत के शुभांशु शुक्ला भी प्रमुख रूप से भाग ले रहे हैं। शुभांशु अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर जाने वाले पहले भारतीय होंगे, और अंतरिक्ष में कदम रखने वाले दूसरे भारतीय। उनसे पहले 1984 में राकेश शर्मा ने सोवियत संघ के सोयूज T-11 यान से उड़ान भरकर इतिहास रचा था।
शुभांशु शुक्ला: अंतरिक्ष में भारत की पहचान
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला एक प्रशिक्षित एयरोनॉटिकल इंजीनियर हैं। वे इस मिशन में पायलट की भूमिका में रहेंगे। शुभांशु ने हाल ही में अपनी फुल ड्रेस रिहर्सल पूरी की और मीडिया से बातचीत में कहा, "मैं खुद को बेहद भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। यह सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं की उड़ान है।"
शुक्ला की इस ऐतिहासिक यात्रा को इसरो और नासा का तकनीकी समर्थन प्राप्त है, जबकि मिशन को Axiom Space और SpaceX के सहयोग से लॉन्च किया जा रहा है।
मिशन की खासियत और दल की संरचना
Axiom-4 मिशन एक 14-दिवसीय यात्रा होगी, जिसमें चार अंतरिक्ष यात्री ISS पर वैज्ञानिक प्रयोगों और तकनीकी परीक्षणों में हिस्सा लेंगे। इस मिशन के दल में शामिल हैं:
- पैगी व्हिटसन (संयुक्त राज्य अमेरिका) – मिशन कमांडर, पूर्व NASA एस्ट्रोनॉट
- शुभांशु शुक्ला (भारत) – पायलट
- टिगोर कापू (हंगरी) – मिशन स्पेशलिस्ट
- स्लावोज उज्नान्स्की-विस्निएव्स्की (पोलैंड) – मिशन स्पेशलिस्ट
यह मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए न सिर्फ एक तकनीकी मील का पत्थर है, बल्कि वैश्विक साझेदारी का भी प्रतीक बन गया है। तीनों देशों के अंतरिक्ष अभियानों में यह एक ‘रीलॉन्चिंग’ मानी जा रही है।
प्रक्षेपण स्थल और तकनीकी पहलू
Axiom-4 मिशन को स्पेसX के भरोसेमंद Falcon-9 रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा। लॉन्चिंग अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से होगी। इससे पहले मिशन की निर्धारित तारीख 10 जून थी, लेकिन खराब मौसम के कारण इसे 11 जून की शाम 5:30 बजे तक टाल दिया गया है। इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने जानकारी दी, मौसम की स्थिति को देखते हुए मिशन की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है।