प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा अधिकारियों से बैठक कर भारत-पाक तनाव पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। पाकिस्तान के उकसावे पर कड़ा संदेश दिया, आतंकी हमले पर युद्ध की चेतावनी।
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य भारत की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करना और भविष्य की सैन्य रणनीतियों पर चर्चा करना था।
भारत की संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं होगा
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान साफ कर दिया कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से किसी भी हाल में समझौता नहीं करेगा।
उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुखों और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान के साथ सुरक्षा हालात पर गहन चर्चा की। इस दौरान, पीएम मोदी ने सेना को हर आवश्यक संसाधन मुहैया कराने का भरोसा भी दिया।
भारत के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्रालय का बयान
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने भी इस तनावपूर्ण स्थिति में भारत की नीति को स्पष्ट किया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत हमेशा जिम्मेदारी के साथ कार्य करता है और किसी भी स्थिति में सैन्य बल के प्रयोग से पहले संयम बनाए रखता है।
पाकिस्तान के उकसावे पर कड़ा जवाब
सैन्य सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से लगातार उकसावे की कार्रवाई जारी है। शनिवार को, भारतीय सेना ने पाकिस्तान द्वारा पश्चिमी सीमा पर किए गए ड्रोन हमलों और मिसाइलों को नाकाम कर दिया। भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तान की इन कार्रवाइयों का जवाब सटीक और प्रभावी तरीके से दिया गया। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर जवाबी हमला किया, जिससे स्थिति को और तनावपूर्ण होने से रोका गया।
भारत की ओर से बड़ा संदेश
भारत सरकार ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया है कि यदि भारत में कोई आतंकी हमला हुआ, तो उसे युद्ध माना जाएगा। इस निर्णय ने साफ कर दिया है कि भविष्य में कोई भी आतंकवादी कार्रवाई भारत के खिलाफ युद्ध कार्रवाई के रूप में देखी जाएगी, और उसी के हिसाब से जवाबी कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी की बैठक से तनाव कम करने की दिशा
प्रधानमंत्री मोदी की बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा, लेकिन पाकिस्तान के साथ स्थिति को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की पूरी कोशिश की जाएगी। भारत ने हमेशा से शांति की दिशा में कदम उठाए हैं, लेकिन यदि स्थिति बिगड़ती है तो भारत किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।