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बिहार की सियासत में गरमी: प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को दी खुली चुनौती, लालू यादव पर साधा निशाना

बिहार की सियासत में गरमी: प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को दी खुली चुनौती, लालू यादव पर साधा निशाना

मुजफ्फरपुर में प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद यादव पर आंबेडकर अपमान का आरोप लगाया। राहुल गांधी को अकेले लड़ने की चुनौती दी। नीतीश के स्वास्थ्य व मंत्री कार्यशैली पर सवाल उठाए और मंगल पांडे से इस्तीफा की माँग की।

Bihar Politics: मुजफ्फरपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को खुली चुनौती दी। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू यादव ने बाबा साहब आंबेडकर का अपमान किया और राहुल गांधी इस मुद्दे पर चुप हैं। किशोर ने यह भी कहा कि अगर राहुल में हिम्मत है तो वे लालू का सार्वजनिक विरोध करें और बिहार में अकेले चुनाव लड़कर दिखाएं। उन्होंने नीतीश कुमार की सेहत और प्रशासनिक कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े किए।

लालू यादव पर आंबेडकर के अपमान का आरोप

प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने एक सार्वजनिक मंच पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के चित्र के सामने पैर रखकर उनका अपमान किया। किशोर ने कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि देश के संविधान निर्माता के सम्मान से जुड़ा प्रश्न है। उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि जब वे हर मंच से "डरो मत" की बात करते हैं, तो क्या अब उन्हें लालू यादव से डर लगने लगा है?

उनका कहना था, “अगर राहुल गांधी सच में समानता और न्याय की राजनीति करना चाहते हैं, तो उन्हें स्पष्ट रूप से लालू यादव के इस व्यवहार की आलोचना करनी चाहिए। लेकिन वे चुप हैं, क्योंकि कांग्रेस आज राजद की सहयोगी पार्टी बनकर रह गई है।”

कांग्रेस पर तीखा हमला

किशोर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब पूरी तरह से आरजेडी के अधीन काम कर रही है। उन्होंने कहा, “पहले कांग्रेस लालू यादव का झंडा ढो रही थी, अब तेजस्वी यादव का ढो रही है। अगर राहुल गांधी में राजनीतिक दम है, तो बिहार में अकेले चुनाव लड़कर दिखाएं।”

प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस की बिहार में कोई स्वतंत्र पहचान नहीं रह गई है। उनके अनुसार, अगर कांग्रेस को राज्य में पुनर्जीवित करना है तो उसे आरजेडी से अलग होकर स्वतंत्र रूप से अपनी रणनीति बनानी होगी।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री पर चुप्पी क्यों?

प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने बिहारियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, तब राहुल गांधी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। किशोर ने बताया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा था कि बिहारियों के डीएनए में सिर्फ छोटी-मोटी नौकरियां हैं, लेकिन कांग्रेस उस वक्त तेलंगाना में सत्ता के लालच में चुप रही।

नीतीश कुमार की सेहत पर सवाल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यक्षमता को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर जनता दल यूनाइटेड को लगता है कि उनका नेता पूरी तरह स्वस्थ है, तो वे मुझ पर मानहानि का मुकदमा करें। किशोर ने दावा किया कि नीतीश कुमार अब उस स्थिति में नहीं हैं कि वे राज्य को प्रभावी तरीके से चला सकें।

उन्होंने सवाल किया कि एक मुख्यमंत्री जो खुद ठीक से बात नहीं कर पाता, वह 12 करोड़ की आबादी वाले राज्य का नेतृत्व कैसे करेगा? प्रशांत किशोर का यह बयान राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर सकता है क्योंकि नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर पिछले कुछ समय से अटकलें लगाई जा रही थीं।

अशोक चौधरी और उनके परिवार पर भी निशाना

किशोर ने मंत्री अशोक चौधरी को भी अपने निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी खुद को दलितों का नेता कहते हैं लेकिन हकीकत में उन्होंने सिर्फ अपने परिवार को राजनीतिक लाभ दिलाने का काम किया है।

उन्होंने कहा, “एक तरफ वे दलितों की बात करते हैं और दूसरी ओर अपनी बेटी को सांसद बनवाया और दामाद को धार्मिक न्यास पर्षद में शामिल करा लिया। आखिर दलित समाज के लिए उन्होंने अब तक क्या ठोस काम किया है?”

स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफे की मांग

प्रशांत किशोर ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से तत्काल इस्तीफा मांगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कुढ़नी में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद इलाज में गंभीर लापरवाही हुई, लेकिन सरकार ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। किशोर ने कहा कि कोविड-19 के समय भी स्वास्थ्य मंत्रालय की भारी विफलताएं सामने आई थीं, और अब एक बार फिर ऐसी ही स्थिति बन रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के लिए मंगल पांडे सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।

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