बिहार के मधुबनी में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने वोट चोरी और नए कानून को लेकर गंभीर आरोप लगाए। विपक्ष की राय न सुने जाने की चिंता जताई।
Bihar: कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इन दिनों बिहार में अपनी "वोट अधिकार यात्रा" पर हैं। वे मधुबनी जिले में जनता को संबोधित करते हुए चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर तीखे प्रहार कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर सवाल उठाए और दावा किया कि चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी होती रही है। राहुल गांधी ने गुजरात, महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों का उदाहरण देते हुए 'वोट चोरी' के आरोप लगाए।
चुनाव आयोग और पीएम मोदी पर सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री यह तय करते हैं कि चुनाव आयुक्त कौन होगा और विपक्ष के नेता की राय को नजरअंदाज किया जाता है। उन्होंने 2023 में बीजेपी द्वारा बनाए गए कानून का जिक्र करते हुए कहा कि अब चुनाव आयुक्त पर कोई केस नहीं किया जा सकता। उनका आरोप है कि यह कानून 'वोट चोरी' की प्रक्रिया को सुरक्षित करने के लिए बनाया गया। राहुल गांधी ने कहा, "जब चोर पकड़ा जाता है तो वह चुप हो जाता है। वही हाल प्रधानमंत्री और अमित शाह के बयान का है।"
गुजरात से शुरू हुई वोट चोरी?
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि वोट चोरी की घटनाएं गुजरात से शुरू हुईं और 2014 में राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार सामने आईं। इसके बाद विभिन्न राज्यों में चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए ऐसी गड़बड़ियों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि वह पहले इस बारे में खुलकर नहीं बोलते थे क्योंकि उनके पास ठोस सबूत नहीं थे, लेकिन अब स्थिति स्पष्ट हो गई है।
महाराष्ट्र और हरियाणा में घटनाओं का जिक्र
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र और हरियाणा में हुए चुनावों का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे वोटों की गिनती और नए वोटर्स की लिस्ट में बदलाव करके परिणामों को प्रभावित किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वोट कम नहीं हुए, लेकिन बीजेपी के वोट बढ़ते गए।
वोट चोरी के लिए कानून का आरोप
राहुल गांधी ने बताया कि 2023 में बनाए गए कानून के तहत अब चुनाव आयुक्त पर कोई केस नहीं किया जा सकता। उन्होंने इसे 'वोट चोरी के लिए कानून' करार दिया। उनका कहना है कि यदि किसी के पैसे चोरी होते हैं तो धीरे-धीरे पता चलता है, ठीक इसी तरह वोट चोरी के मामले भी सामने आते हैं।
उन्होने अपने व्यक्तित्व का जिक्र करते हुए कहा कि जब वह कुछ करने का ठान लेते हैं, तो उसे पूरा करते हैं। उन्होंने भूमि अधिग्रहण बिल और अन्य मामलों में अपनी दृढ़ता का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि देश में लगभग 90% लोग पिछड़े वर्ग, दलित और आदिवासी हैं, जिनकी हिस्सेदारी राजनीति में कम है। राहुल गांधी का दावा है कि कांग्रेस इस हिस्सेदारी को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।