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बिहार राजनीति में नया मोड़: तेज प्रताप यादव कर सकते हैं नई पार्टी का ऐलान

बिहार राजनीति में नया मोड़: तेज प्रताप यादव कर सकते हैं नई पार्टी का ऐलान

आरजेडी से 6 साल के निष्कासन के बाद तेज प्रताप यादव आज शाम 5 बजे नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। यह ऐलान 2025 विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल पैदा कर सकता है।

Tej Pratap New Party: बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव आज शुक्रवार को अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, वे शाम 5 बजे अपने पटना स्थित आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं, जिसमें वे इस नई राजनीतिक पहल की जानकारी देंगे। कुछ दिनों पहले ही तेज प्रताप यादव को उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। यही नहीं, उन्हें परिवार से भी बाहर कर दिया गया था। 

2025 विधानसभा चुनाव की तैयारी में तेज प्रताप

बिहार में इसी साल 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं। तेज प्रताप यादव वर्तमान में विधायक हैं और सक्रिय राजनीति में उनकी भूमिका लगातार बनी हुई है। RJD से निष्कासन के बाद उन्होंने संकेत दिए थे कि वे किसी न किसी रूप में राजनीति में सक्रिय रहेंगे। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा है कि नई पार्टी के गठन के जरिए वे आगामी विधानसभा चुनाव में अपने राजनीतिक वजूद को साबित करने की कोशिश करेंगे।

तेज प्रताप को क्यों निकाला गया पार्टी और परिवार से?

तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निष्कासित करने की मुख्य वजह उनके निजी जीवन से जुड़ी रही। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर घोषणा की थी कि वे अनुष्का यादव के साथ रिश्ते में हैं।

लालू यादव का बयान क्या कहता है?

लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप के निष्कासन की जानकारी खुद एक्स पर साझा की थी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था, "निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं।"

लालू यादव ने आगे लिखा, अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला-बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें।

तेज प्रताप का राजनीतिक सफर

तेज प्रताप यादव ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार महुआ सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद उन्हें नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया। हालांकि, उनकी कार्यशैली और बयानों को लेकर वे कई बार विवादों में घिरे रहे।

इसके बाद 2020 के विधानसभा चुनाव में वे हसनपुर सीट से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप में जनाधार तो है, लेकिन उनकी नेतृत्व क्षमता और गंभीरता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। यही वजह रही कि पार्टी के अंदर भी वे अलग-थलग पड़ते चले गए।

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