भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। पार्टी ने कुल 71 नाम घोषित किए हैं। खास बात यह है कि इनमें 9 महिलाएं शामिल हैं, जिन्हें टिकट दिया गया है।
पटना: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली प्रत्याशी सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 71 उम्मीदवारों के नाम शामिल किए गए हैं, जिनमें 9 महिलाएं हैं। इन महिलाओं को पार्टी ने ‘नौ देवियों’ के रूप में मैदान में उतारा है, जो महिला सशक्तिकरण और राजनीतिक भागीदारी के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
महिला उम्मीदवारों पर पार्टी का जोर
बीजेपी की इस पहली सूची में महिलाओं को विशेष महत्व दिया गया है। सबसे वरिष्ठ उम्मीदवार रेणु देवी को फिर से मौका मिला है। इसके अलावा, कई निवर्तमान विधायकाओं को भी टिकट दिया गया है। पार्टी की इस पहल से यह संदेश जाता है कि महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी और नेतृत्व में बढ़ावा देने पर जोर है। इस बार बीजेपी की पहली सूची में जिन नौ महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है, उनमें शामिल हैं:
- रेणु देवी – बेतिया
- गायत्री देवी – परिहार
- देवंती यादव – नरपतगंज
- स्वीटी सिंह – किशनगंज
- निशा सिंह – प्राणपुर
- कविता देवी – कोढ़ा
- रमा निषाद – औराई
- अरुणा देवी – वारसलिगंज
- श्रेयसी सिंह – जमुई
पूर्व सांसद की पत्नी भी मैदान में
सूची में एक खास नाम रमा निषाद का है, जिन्हें औराई विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है। रमा निषाद पूर्व सांसद अजय निषाद की पत्नी हैं। इसके अलावा, वे हाजीपुर मुख्य पार्षद भी रह चुकी हैं। उनके लिए यह मौका महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें पूर्व मंत्री और निवर्तमान विधायक रामसूरत राय से टिकट काटकर मैदान में उतारा गया है।
- स्वीटी सिंह – किशनगंज से लगातार तीन चुनावों से हार के बाद भी पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है और उन्हें मैदान में उतारा है।
- श्रेयसी सिंह – जमुई से लगातार तीसरी बार मैदान में उतर रही हैं।
- गायत्री देवी – परिहार से निवर्तमान विधायक को फिर से मौका मिला है।
निशा सिंह, जो दिवंगत पूर्व मंत्री विनोद सिंह की पत्नी हैं, अपने क्षेत्र में भारी विरोध के बावजूद पार्टी ने उन्हें टिकट देने का निर्णय लिया है। यह पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा और संगठन में योगदान को दर्शाता है। इस सूची में सबसे वरिष्ठ महिला उम्मीदवार रेणु देवी को बेतिया से फिर से मौका मिला है। उनके अनुभव और राजनीति में लंबे समय से योगदान को देखते हुए पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है।