Cipla ने Eli Lilly एंड कंपनी (इंडिया) के साथ भारत में टाइप 2 डायबिटीज और वजन घटाने की दवा टिरजेपाटाइड (ब्रांड युरपीक) बेचने के लिए बड़ा समझौता किया है। लिली दवा का निर्माण और आपूर्ति करेगी, जबकि सिप्ला इसका वितरण और प्रचार करेगी। इस खबर के बाद सिप्ला के शेयरों में गिरावट देखी गई।
Cipla’s shares: देश की बड़ी फार्मा कंपनी Cipla अब टाइप 2 डायबिटीज और वजन घटाने की दवा टिरजेपाटाइड (ब्रांड नाम युरपीक) भारत में बेचने जा रही है। इसके लिए कंपनी ने एली लिली एंड कंपनी (इंडिया) के साथ समझौता किया है, जिसमें लिली दवा का निर्माण और आपूर्ति करेगी और सिप्ला इसका वितरण और प्रचार करेगी। इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य देशभर में दवा की पहुंच बढ़ाना है। समझौते की घोषणा के बाद सिप्ला के शेयरों में 3.35% की गिरावट देखी गई।
बड़ी डील का विवरण
घरेलू फार्मास्यूटिकल कंपनी Cipla और Eli Lilly एंड कंपनी (इंडिया) ने भारत में टाइप 2 डायबिटीज और क्रोनिक वजन प्रबंधन दवा टिरजेपाटाइड को नए ब्रांड नाम युरपीक के तहत बेचने का समझौता किया है। लिली ने मार्च 2025 में भारत में टिरजेपाटाइड को मौनजारो ब्रांड नाम से पेश किया था।
इस समझौते के तहत Cipla को भारत में टिरजेपाटाइड के युरपीक ब्रांड का वितरण और प्रचार करने का अधिकार मिलेगा। इसका उद्देश्य उन शहरों में भी दवा की उपलब्धता बढ़ाना है, जहां पहले से लिली की मजबूत उपस्थिति नहीं है। सिप्ला के इस कदम से देशभर में दवा की पहुंच और अधिक व्यापक होगी।
दवा की कीमत
इस दवा की कीमत मौनजारो के समान रखी जाएगी। Eli Lilly इंडिया के अध्यक्ष और महाप्रबंधक विंसलो टकर ने कहा कि सिप्ला के साथ वाणिज्यिक समझौता भारत में टिरजेपाटाइड के दूसरे ब्रांड की शुरुआत का अवसर प्रदान करता है। इसके जरिए देश में पुराने रोगों के लिए नए उपचारों तक मरीजों की पहुंच बढ़ेगी।
टकर ने बताया कि भारत में टाइप 2 डायबिटीज और मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। युरपीक की व्यापक उपलब्धता यह सुनिश्चित करेगी कि अधिक से अधिक मरीज इस नवीन चिकित्सा से लाभ उठा सकें।
सिप्ला के शेयरों में गिरावट

इस खबर के बाद Cipla के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। बीएसई के आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को सिप्ला का शेयर 3.35 फीसदी की गिरावट के साथ 1,590 रुपए पर आ गया था। कंपनी का शेयर सुबह 1,639.95 रुपए पर ओपन हुआ था। सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर शेयर 2.87 फीसदी की गिरावट के साथ 1,598 रुपए पर कारोबार कर रहा था। एक दिन पहले कंपनी का शेयर 1,645.25 रुपए पर बंद हुआ था।
विशेषज्ञों का कहना है कि शेयरों में इस समय की गिरावट आम बाजार की प्रतिक्रिया हो सकती है। निवेशक समझौते और दवा की भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए शेयरों के मूल्य में उतार-चढ़ाव का अनुमान लगा रहे हैं।
टिरजेपाटाइड और युरपीक के फायदे
टिरजेपाटाइड दवा टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी मानी जाती है। यह दवा ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती है और मोटापे को भी कम करने में कारगर साबित होती है। युरपीक ब्रांड के तहत इसका वितरण और प्रचार सिप्ला के जरिए और अधिक शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचेगा।
डॉक्टर्स और फार्मास्यूटिकल विशेषज्ञों के अनुसार, टिरजेपाटाइड जैसी दवाओं का बाजार में आना डायबिटीज और मोटापे जैसी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए महत्वपूर्ण कदम है। इससे मरीजों को नवीनतम और प्रभावी दवाओं तक आसान पहुंच मिलेगी।













