15 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी सीमित दायरे में कारोबार करते हुए लाल निशान पर बंद हुए। शुरुआती बढ़त के बाद मुनाफावसूली का दबाव बढ़ा। बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स और अदाणी पोर्ट्स जैसे शेयर लाभ में रहे, जबकि इंफोसिस, टीसीएस और टेक महिंद्रा पीछे रह गए।
Stock Market Today: 15 सितंबर, सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी शुरुआती कारोबार में मामूली बढ़त के साथ खुले। दिनभर उतार-चढ़ाव के बाद मुनाफावसूली के दबाव के चलते सेंसेक्स 120 अंक गिरकर 81,904.31 और निफ्टी 12.65 अंक गिरकर 25,099.90 पर बंद हुआ। निवेशक इस सप्ताह होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। टॉप गेनर्स में बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स और अदाणी पोर्ट्स शामिल हैं, जबकि इंफोसिस, टीसीएस और टेक महिंद्रा प्रमुख रूप से पिछड़ गए।
शुरुआती कारोबार में हल्की बढ़त
आज सुबह बीएसई सेंसेक्स 30 शेयरों के साथ 81,998.51 अंक पर खुला, जो पिछले बंद स्तर से 93.81 अंक अधिक था। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 शेयरों के साथ 25,138.45 अंक पर ओपन हुआ, जो 24.45 अंक की मामूली बढ़त दर्शाता है। शुरुआती कारोबार में बाजार में निवेशकों का उत्साह देखा गया, लेकिन जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा, उतार-चढ़ाव का दौर शुरू हो गया।
दिन के मध्य में मुनाफावसूली का दबाव
दिन के दूसरे हिस्से में मुनाफावसूली का दबाव बाजार पर नजर आया। निवेशक अपने लाभ को सुरक्षित करने के लिए शेयर बेचने लगे, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक कमजोर हुए। कारोबार के अंत तक सेंसेक्स लगभग 120 अंक गिरकर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 अंक से कम की गिरावट के साथ बंद हुआ।
पिछले सप्ताह के प्रदर्शन की तुलना
पिछले सप्ताह शुक्रवार को सेंसेक्स 355.97 अंक या 0.44 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,904.70 पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 108.50 अंक या 0.43 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,114 अंक पर बंद हुआ था। पिछले सप्ताह बाजार में लगातार तेजी देखने को मिली थी, लेकिन आज मुनाफावसूली और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं की वजह से लाल निशान पर बंद हुआ।
टॉप गेनर्स और लूजर्स
आज सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस, इटरनल, टाटा मोटर्स, अदाणी पोर्ट्स, पावर ग्रिड और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में तेजी रही। इन कंपनियों के शेयरों ने बाजार में सकारात्मक माहौल बनाए रखा। वहीं, इंफोसिस, सन फार्मा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और टेक महिंद्रा के शेयर पीछे रह गए। इन कंपनियों की कमजोर परफॉर्मेंस ने बाजार को सीमित दायरे में रखा।
बाजार पर वैश्विक और घरेलू कारकों का असर
आज के कारोबार में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीतियों के बारे में निवेशकों की उम्मीदों ने प्रमुख भूमिका निभाई। बाजार में निवेशक यह देख रहे हैं कि फेडरल रिजर्व की नीतियों में बदलाव से घरेलू और वैश्विक स्तर पर बाजार को कितना लाभ या नुकसान होगा। इसके अलावा, विदेशी निवेशकों के निवेश निर्णय और घरेलू आर्थिक संकेतक भी बाजार की दिशा को प्रभावित कर रहे हैं।