बुधवार को घरेलू शेयर बाजार सीमित दायरे में कारोबार करते हुए बंद हुआ। जुलाई एफएंडओ सीरीज की एक्सपायरी से ठीक एक दिन पहले निवेशकों की सतर्कता साफ तौर पर देखने को मिली। हालांकि कुछ सेक्टर्स में खरीदारी रही, वहीं कुछ क्षेत्रों पर दबाव बना रहा। ऑटो, रियल्टी और एफएमसीजी शेयरों में कमजोरी नजर आई, जबकि आईटी, मेटल और फार्मा सेक्टर ने बाजार को सहारा देने की कोशिश की।
सेंसेक्स और निफ्टी में हल्की बढ़त
बुधवार के कारोबारी दिन का अंत हल्की बढ़त के साथ हुआ। सेंसेक्स 144 अंकों की तेजी के साथ 81,482 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 34 अंक चढ़कर 24,855 के स्तर पर बंद हुआ। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि बाजार में किसी खास दिशा की कमी रही, निवेशक फिलहाल सतर्क रणनीति अपनाए हुए हैं।
बैंकिंग शेयरों में गिरावट
निफ्टी बैंक इंडेक्स में कमजोरी देखने को मिली। यह इंडेक्स 71 अंकों की गिरावट के साथ 56,151 के स्तर पर बंद हुआ। बैंकिंग सेक्टर में कोई खास सकारात्मक संकेत न होने के चलते निवेशकों ने थोड़ी सतर्कता बरती।
मिडकैप और स्मॉलकैप में भी कमजोरी
बाजार के मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट में भी कमजोरी देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 63 अंक लुढ़ककर 57,942 के स्तर पर बंद हुआ। यह दर्शाता है कि छोटे और मझोले शेयरों में भी निवेशकों ने जोखिम उठाने से परहेज किया।
किस सेक्टर में दिखी मजबूती
आईटी, मेटल और फार्मा शेयरों ने आज बाजार को कुछ सहारा दिया। ग्लोबल क्लूज और डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी ने आईटी सेक्टर को मजबूती दी। फार्मा स्टॉक्स में भी हल्की खरीदारी देखने को मिली। मेटल कंपनियों को चीन की मांग और कच्चे माल की कीमतों में स्थिरता का समर्थन मिला।
इन सेक्टर्स पर दिखा दबाव
ऑटो सेक्टर में जून महीने के बिक्री आंकड़ों से पहले निवेशकों ने सतर्कता बरती। रियल्टी और एफएमसीजी स्टॉक्स में भी गिरावट रही। एफएमसीजी कंपनियों को लागत में उतार-चढ़ाव और ग्रामीण मांग को लेकर निवेशकों की चिंता का सामना करना पड़ा।
बाजार में कम वॉल्यूम, निवेशक सतर्क
जुलाई सीरीज की एक्सपायरी से पहले ट्रेडिंग वॉल्यूम भी सीमित रहा। अधिकतर निवेशक नए पोजिशन लेने से बचते नजर आए। डेरिवेटिव सेगमेंट में हलचल के बावजूद कैश मार्केट में बड़ी चालें देखने को नहीं मिलीं।
स्टॉक्स जो रहे चर्चा में
- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS): आईटी सेक्टर की मजबूती का फायदा इस दिग्गज स्टॉक को मिला और इसमें हल्की बढ़त दर्ज की गई।
- डॉ. रेड्डीज: फार्मा स्टॉक्स की मजबूती से यह शेयर हरे निशान पर बंद हुआ।
- मारुति सुजुकी: बिक्री आंकड़ों से पहले निवेशक सतर्क रहे, जिससे स्टॉक पर दबाव दिखा।
- हिंडाल्को और वेदांता: मेटल सेक्टर में खरीदारी से ये शेयर फायदे में रहे।
ग्लोबल बाजार का भी रहा असर
वैश्विक बाजारों से मिले संकेत भी सीमित रहे। अमेरिकी बाजारों में हल्की तेजी और एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख भारतीय बाजार पर भी असर डालता दिखा। विदेशी निवेशकों की दिशा भी अनिश्चित बनी हुई है, जिससे घरेलू बाजार में मजबूती नहीं आ पाई।
बाजार की चाल को लेकर सतर्कता बनी रही
कुल मिलाकर, बुधवार का दिन सीमित दायरे में बीता। एक्सपायरी से पहले की ट्रेडिंग में कोई विशेष उतार-चढ़ाव नहीं रहा। सेक्टोरल बदलाव और जून की ऑटो बिक्री रिपोर्ट जैसे आगामी संकेतों पर अब निवेशकों की नजर बनी हुई है।
आगे का रास्ता वैश्विक संकेतों पर निर्भर
बाजार की दिशा तय करने में अब विदेशी संकेत, कच्चे तेल की कीमतें और रुपये की चाल जैसी चीजें अहम भूमिका निभाएंगी। साथ ही मानसून की प्रगति और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर भी निवेशकों की नजर है।
कंपनियों के आंकड़ों से बन सकती है चाल
अगले कुछ दिनों में बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे और सेक्टोरल आंकड़े बाजार की चाल को नई दिशा दे सकते हैं। खासतौर पर बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के प्रदर्शन पर सभी की नजरें होंगी।