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Defence सेक्टर में तेजी, कई स्टॉक्स पहुंचे 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर

Defence सेक्टर में तेजी, कई स्टॉक्स पहुंचे 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर

52 Week High Stocks: निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स ने इंट्राडे में 1% से ज्यादा की बढ़त दिखाई है और पिछले चार सत्रों में यह 3% से अधिक चढ़ चुका है। आगे इसकी दिशा क्या होगी, जानिए पूरी डिटेल।

भारतीय शेयर बाजार में इन दिनों डिफेंस सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। मंगलवार को लगातार चौथे कारोबारी दिन डिफेंस से जुड़ी कंपनियों के शेयरों ने नई ऊंचाई को छुआ। खास बात यह रही कि कई प्रमुख कंपनियों के स्टॉक्स 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं।

निवेशकों का भरोसा मजबूत

निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स में इंट्राडे ट्रेड के दौरान 1 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई। बीते चार ट्रेडिंग सेशन्स की बात करें तो यह इंडेक्स कुल मिलाकर 3 प्रतिशत से अधिक चढ़ चुका है। यह बढ़त दिखाती है कि डिफेंस सेक्टर में निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।

BEL को मिले नए ऑर्डर, शेयर बना बुलंद

इस तेजी का एक प्रमुख कारण भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड यानी BEL को मिले ताजा ऑर्डर हैं। कंपनी ने 20 जून के बाद ₹528 करोड़ के नए डिफेंस ऑर्डर हासिल किए हैं। इसमें रडार सिस्टम, संचार उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, जैमर, शेल्टर, कंट्रोल सेंटर, स्पेयर पार्ट्स और इससे जुड़ी सेवाएं शामिल हैं। BEL का शेयर मंगलवार को 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।

अन्य डिफेंस कंपनियों में भी दिखी तेजी

सिर्फ BEL ही नहीं, बल्कि अन्य डिफेंस कंपनियों के शेयरों में भी शानदार प्रदर्शन देखा गया।

Bharat Dynamics Ltd और DCX Systems के शेयरों में करीब 2 प्रतिशत की तेजी आई।

Hindustan Aeronautics Ltd (HAL), Paras Defence, Mazagon Dock, और Garden Reach Shipbuilders जैसे स्टॉक्स में 1.5 प्रतिशत तक की बढ़त देखी गई।

नए अंतरराष्ट्रीय फैसलों से मिला समर्थन

इस तेजी की एक और बड़ी वजह वैश्विक स्तर पर डिफेंस खर्च में हुआ इजाफा है। हाल ही में NATO देशों ने 25 जून को रक्षा खर्च को GDP के 5 प्रतिशत तक ले जाने का फैसला लिया है, जो पहले 2 प्रतिशत था। यह निर्णय 2035 तक लागू किया जाएगा। इससे साफ है कि अब रक्षा जरूरतों को लेकर दुनिया भर में गंभीरता बढ़ रही है।

भारत में बढ़ रही निगरानी क्षमता

भारत ने भी रक्षा तैयारियों को और मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देश ने अपने निगरानी तंत्र को आधुनिक बनाने की दिशा में काम तेज कर दिया है। इसके तहत भारत 52 विशेष सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना पर काम कर रहा है। साथ ही, एक समर्पित सैन्य अंतरिक्ष सिद्धांत भी तैयार किया जा रहा है।

DRDO की तैयारी से शेयरों को सपोर्ट

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी DRDO भी इस समय अग्नि-5 मिसाइल के एडवांस वर्जन पर काम कर रहा है। यह मिसाइल पारंपरिक बंकर-बस्टिंग वारहेड्स को ले जाने में सक्षम होगी। DRDO की यह पहल घरेलू रक्षा उत्पादन को और ताकत देने का संकेत मानी जा रही है। इसका सीधा असर इन कंपनियों के प्रदर्शन और स्टॉक्स की चाल पर पड़ा है।

निर्यात और विदेशी साझेदारी की बढ़ती संभावनाएं

NATO के रक्षा खर्च बढ़ाने के फैसले से भारत को रक्षा क्षेत्र में निर्यात के नए मौके मिल सकते हैं। भारत की ‘मेक इन इंडिया’ नीति और स्वदेशी रक्षा उत्पादों पर फोकस को देखते हुए अब कई विदेशी कंपनियों के साथ जॉइंट वेंचर की संभावनाएं भी खुल रही हैं। यह स्थिति भारतीय डिफेंस कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेहतर स्थिति दिला सकती है।

6 महीने में डिफेंस सेक्टर ने किया कमाल

पिछले 6 महीनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो डिफेंस से जुड़े कई शेयरों ने 15 प्रतिशत या उससे ज्यादा की बढ़त दर्ज की है। इस प्रदर्शन ने निवेशकों का ध्यान इस सेक्टर की ओर खींचा है। कंपनियों के ऑर्डर बुक्स मजबूत हो रहे हैं और सरकार की ओर से मिल रहे समर्थन ने भी भरोसा और मजबूती दी है।

बाजार में दिख रही खरीदारी की होड़

मंगलवार को ट्रेडिंग के दौरान डिफेंस कंपनियों के शेयरों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली। निवेशकों को भरोसा है कि आने वाले समय में डिफेंस सेक्टर से जुड़ी कंपनियां लगातार नए प्रोजेक्ट्स हासिल करेंगी और निर्यात के जरिए कमाई के नए रास्ते खोलेंगी।

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