Pune

Kolkata Gang Rape: आरोपी मनोजीत पर पहले भी दर्ज हैं गंभीर धाराएं, जानिए पूरा ट्रैक रिकॉर्ड

Kolkata Gang Rape: आरोपी मनोजीत पर पहले भी दर्ज हैं गंभीर धाराएं, जानिए पूरा ट्रैक रिकॉर्ड

कोलकाता गैंगरेप केस के मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया है। उस पर पहले भी छेड़छाड़, हमला, चोरी और पुलिसकर्मी पर हमले के आरोप लग चुके हैं। कोर्ट ने उसे जमानत दी थी।

Kolkata Gang Rape: कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस में नया खुलासा हुआ है, जिससे मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा की आपराधिक पृष्ठभूमि को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। अब पता चला है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब मिश्रा कानून के शिकंजे में आया हो। उससे पहले भी उस पर पुलिसकर्मी पर हमला, तोड़फोड़ और कई गंभीर अपराधों के आरोप लग चुके हैं।

पूर्व में भी हो चुकी है गिरफ्तारी

मनोजीत मिश्रा को अप्रैल 2025 में कस्बा पुलिस स्टेशन ने एक पुलिस वाहन में तोड़फोड़ और पुलिसकर्मी पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। यह घटना तब घटी जब वह साउथ कोलकाता के कस्बा इलाके में एक एटीएम से पैसे निकालने गया था। वहां सिक्योरिटी गार्ड ने उसे सिगरेट लेकर एटीएम रूम में घुसने से रोका, जिससे विवाद बढ़ गया।

गार्ड पर हमला और पुलिस बुलाने की नौबत

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब गार्ड ने उसे टोका तो मनोजीत ने गार्ड पर हमला कर दिया और गाली-गलौच शुरू कर दी। गार्ड ने तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल कर मदद मांगी। कुछ ही समय बाद पुलिस की पीसीआर वैन मौके पर पहुंची, लेकिन स्थिति वहां भी नहीं सुधरी।

पुलिस वाहन में तोड़फोड़, अधिकारी पर हमला

पुलिस को देखते ही मनोजीत और अधिक आक्रामक हो गया। उसने कथित रूप से पुलिस वाहन की विंडशील्ड तोड़ दी और पेट्रोलिंग वैन के प्रभारी एक सहायक उप निरीक्षक पर हमला कर दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और कानूनी कार्रवाई के लिए कस्बा पुलिस स्टेशन ले गई।

थाने में भी हंगामा और गाली-गलौच

सूत्रों के अनुसार, थाने में भी मनोजीत मिश्रा शांत नहीं हुआ। वहां उसने पुलिसकर्मियों से गाली-गलौच की और ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों से उलझ पड़ा। इसके चलते उस पर पुलिस को ड्यूटी करने से रोकने और थाने में तोड़फोड़ करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए।

कोर्ट से मिली जमानत

14 अप्रैल को आरोपी को अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने उसे हिरासत में भेजने की मांग की, लेकिन कोर्ट से उसे जमानत मिल गई। यह पहली बार नहीं था जब मिश्रा को जमानत मिली हो। इससे पहले भी उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं, लेकिन वह हर बार बच निकलता रहा है।

पिछले मामलों की लंबी फेहरिस्त

यह घटना उस बड़ी श्रृंखला का हिस्सा है, जिसमें मनोजीत मिश्रा का नाम कई गंभीर मामलों में सामने आ चुका है। वर्ष 2017 में उसे कालीघाट इलाके में हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 2019 में उस पर लॉ कॉलेज यूनियन रूम में एक महिला पर हमला करने का आरोप लगा था, जहां हालिया गैंगरेप की घटना भी घटी। इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी।

2022 और 2024 के भी मामले दर्ज

मनोजीत मिश्रा पर 2022 में कस्बा इलाके में छेड़छाड़ का आरोप लगा था। वहीं, 2024 में कॉलेज परिसर में एक सुरक्षा गार्ड पर हमला करने का भी मामला सामने आया था। इन घटनाओं के बावजूद कॉलेज प्रशासन ने कभी उसे संस्थान से बाहर करने की ठोस कार्रवाई नहीं की।

सत्ता संरक्षण का फायदा

बताया जाता है कि मनोजीत मिश्रा तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) से जुड़ा हुआ था और इसी राजनीतिक जुड़ाव के चलते उसे संस्थागत संरक्षण प्राप्त था। इस वजह से उस पर लगे कई गंभीर आरोपों के बावजूद वह कॉलेज परिसर में खुलेआम घूमता रहा और किसी भी कार्रवाई से बचता रहा।

25 जून 2025 को लॉ कॉलेज परिसर में 24 वर्षीय छात्रा के साथ जो बर्बरता हुई, वह केवल एक अलग घटना नहीं थी, बल्कि उस लंबे सिलसिले की परिणति थी, जिसमें मनोजीत ने अपने राजनीतिक प्रभाव और आपराधिक प्रवृत्ति का उपयोग करते हुए लगातार हिंसा और उत्पीड़न को अंजाम दिया।

Leave a comment