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Dhillon freight carrier IPO: खुलते ही शेयरों ने निवेशकों को कराया निराश, 24% का बड़ा नुकसान

Dhillon freight carrier IPO: खुलते ही शेयरों ने निवेशकों को कराया निराश, 24% का बड़ा नुकसान

Dhillon freight carrier के IPO में निवेशकों को तगड़ा झटका लगा। ₹72 प्रति शेयर के प्राइस पर जारी शेयर बाजार में खुलते ही 20% टूटकर ₹57.6 पर पहुंचे और बाद में लोअर सर्किट पर ₹54.72 तक गिर गए। रिटेल निवेशकों ने भरोसा दिखाया, लेकिन बड़े निवेशकों की कम भागीदारी के कारण नुकसान और बढ़ा।

Dhillon freight carrier ipo listing: ढिल्लों फ्रेट कैरियर का IPO मंगलवार को BSE SME पर लिस्ट हुआ, लेकिन निवेशकों को पहले ही दिन भारी नुकसान झेलना पड़ा। कंपनी के ₹72 प्रति शेयर के इश्यू प्राइस वाले शेयर बाजार में खुलते ही ₹57.6 पर गिर गए और लोअर सर्किट ₹54.72 तक पहुंच गए, जिससे निवेशकों को 24% तक का घाटा हुआ। यह लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन कंपनी छोटे निवेशकों के उत्साह के बावजूद कमजोर लिस्टिंग के कारण नुकसान में रही।

लिस्टिंग पर बड़ा झटका

Dhillon freight carrier ने IPO का इश्यू प्राइस 72 रुपये प्रति शेयर तय किया था। लेकिन मंगलवार को शेयरों की मार्केट में शुरुआत 57.60 रुपये पर हुई, जो निवेशकों के लिए चौंकाने वाली स्थिति थी। इसके बाद बिकवाली की होड़ बढ़ी और शेयर 54.72 रुपये पर अपने लोअर सर्किट तक गिर गया। इससे IPO निवेशकों की पूंजी महज कुछ घंटों में करीब 24 प्रतिशत तक घट गई।

शेयर मार्केट के जानकारों का कहना है कि लिस्टिंग के पहले ग्रे मार्केट में भी इस शेयर का कोई उत्साह नहीं था और प्रीमियम शून्य था। यह स्थिति IPO के कमजोर प्रदर्शन का संकेत दे रही थी।

छोटे निवेशकों ने दिखाया भरोसा

Dhillon freight carrier का कुल IPO 10.08 करोड़ रुपये का था। इस IPO को कुल 2.91 गुना सब्सक्राइब किया गया। रिटेल निवेशकों ने इसमें सबसे ज्यादा रुचि दिखाई और उनके लिए आरक्षित हिस्से को 4.87 गुना तक सब्सक्राइब किया गया। वहीं नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों का हिस्सा केवल 0.96 गुना सब्सक्राइब हुआ। इससे यह स्पष्ट हुआ कि बड़े और जानकार निवेशकों को कंपनी के मूल्यांकन और भविष्य को लेकर शंका थी।

छोटे निवेशक अक्सर उत्साह में निवेश कर देते हैं और इस बार उन्हें सबसे अधिक नुकसान झेलना पड़ा।

कंपनी का कारोबार और विस्तार

Dhillon freight carrier एक लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन कंपनी है। यह मुख्य रूप से B2B और B2C ग्राहकों को माल ढुलाई की सेवाएं देती है। कंपनी की विशेषज्ञता LTL पार्सल ट्रांसपोर्टेशन, कॉन्ट्रैक्ट लॉजिस्टिक्स और फ्लीट रेंटल जैसी सेवाओं में है। इसके ग्राहक कपड़ा, इलेक्ट्रिकल सामान, पेंट और फुटवियर उद्योगों से आते हैं।

कंपनी का नेटवर्क पश्चिम बंगाल, बिहार, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में फैला है। इसके पास 62 वाहन और 22 कार्यालय हैं।

IPO के जरिए जुटाए गए 10.08 करोड़ रुपये में से 7.67 करोड़ रुपये नए ट्रक और वाहनों की खरीद, टेक्नोलॉजी अपग्रेड और क्षमता विस्तार में खर्च होंगे। बाकी राशि कंपनी के सामान्य खर्चों के लिए रखी जाएगी।

IPO के पहले दिन का मिक्स्ड रिएक्शन

IPO में शुरुआती नुकसान के बावजूद कंपनी के निवेशकों ने मिश्रित प्रतिक्रिया दी। कुछ निवेशक इसके भविष्य के विकास और विस्तार की संभावनाओं को देखते हुए लंबे समय तक निवेश बनाए रखने की योजना बना रहे हैं। वहीं कुछ छोटे निवेशकों ने लिस्टिंग के पहले दिन ही घाटे के कारण निराशा व्यक्त की।

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