DU ने पुराने छात्रों को स्पेशल चांस दिया। UG, PG और प्रोफेशनल कोर्स की अधूरी डिग्री पूरी करने का मौका। अधिकतम चार पेपर ऑनलाइन भरें। आवेदन की अंतिम तारीख 15 सितंबर 2025 है।
DU 2025: दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने पुराने छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया है। जिन छात्रों ने किसी कारणवश अपनी स्नातक (UG), स्नातकोत्तर (PG) या प्रोफेशनल कोर्स की पढ़ाई पूरी नहीं की थी, उनके लिए स्पेशल चांस शुरू किया गया है। इस अवसर के तहत छात्र अधिकतम चार पेपर देकर अपनी अधूरी डिग्री पूरी कर सकते हैं। विश्वविद्यालय ने इस स्पेशल चांस के लिए आवेदन प्रक्रिया 15 सितंबर 2025 तक ऑनलाइन खोली है। छात्र जल्द से जल्द आवेदन करें ताकि उनका भविष्य सुरक्षित रहे।
कौन कर सकता है आवेदन
यह अवसर खासतौर पर उन छात्रों के लिए है जिन्होंने स्नातक (UG) में 2012 से 2019 के बीच दाखिला लिया था या स्नातकोत्तर (PG) में 2012 से 2020 के बीच एडमिशन लिया था। यदि आपने इस अवधि में DU से जुड़े थे और किसी कारणवश अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए, तो यह आपका सुनहरा मौका है। यह अवसर उन छात्रों के लिए भी है जो पहले के स्पेशल चांस (Chance 1, 2, 3) में शामिल हुए लेकिन अब भी डिग्री पूरी नहीं कर पाए हैं।
अधूरी डिग्री पूरी करने का महत्व
स्पेशल चांस का यह अवसर छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। अधूरी डिग्री होने पर करियर की संभावनाएं सीमित हो जाती हैं। कई बार नौकरी या higher studies के लिए पूर्ण डिग्री की जरूरत होती है। DU का यह कदम छात्रों को अपने भविष्य को मजबूत करने का मौका देता है। ऐसे छात्र जो लंबे समय से डिग्री अधूरी होने की वजह से परेशान थे, अब अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया और अंतिम तारीख
डीयू ने स्पष्ट किया है कि आवेदन ऑनलाइन ही स्वीकार किए जाएंगे। इच्छुक छात्र 15 सितंबर 2025 की रात 11:59 बजे तक आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद कोई आवेदन स्वीकार नहीं होगा। छात्रों को निर्देशित किया गया है कि वे ध्यानपूर्वक सभी आवश्यक विवरण भरें और सही डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें। आवेदन के बाद कॉलेज, फैकल्टी और विभाग स्तर पर वेरिफिकेशन की प्रक्रिया 19 सितंबर तक पूरी की जाएगी।
आवेदन करने के लिए छात्र इस पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं:
http://durslt.du.ac.in/DuExamForm_CT100/StudentPortal/IndexPage.aspx
स्पेशल चांस लेने के लिए छात्र को ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य है और सभी प्रक्रिया को समय पर पूरा करना होगा।
स्पेशल चांस की फीस और नियम
स्पेशल चांस के तहत छात्रों को प्रति पेपर 3,000 रुपये का शुल्क देना होगा। यह फीस केवल ऑनलाइन माध्यम से जमा की जाएगी और जमा होने के बाद किसी भी हालत में रिफंड नहीं होगी।
जो छात्र पहले के स्पेशल चांस में शामिल हो चुके हैं लेकिन डिग्री पूरी नहीं कर पाए हैं, उन्हें प्रति पेपर 5,000 रुपये शुल्क देना होगा। ऐसे छात्रों को आवेदन के समय अपना पुराना एडमिट कार्ड और पिछला रिजल्ट अपलोड करना अनिवार्य है। छात्र अधिकतम चार पेपर के लिए ही आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय ने साफ किया है कि फीस जमा करने के बाद कोई भी रिफंड नहीं होगा।
स्पेशल चांस की खास वजह
यह चौथी बार है जब दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्पेशल चांस की सुविधा दी है। इससे पहले भी तीन बार छात्रों को इस अवसर का लाभ मिला था। यह पहल डीयू के शताब्दी वर्ष (2022) के विशेष कार्यक्रम का हिस्सा है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य उन छात्रों को मौका देना है, जिन्होंने विभिन्न कारणों से अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी।
स्पेशल चांस के माध्यम से छात्र न केवल अपनी अधूरी डिग्री पूरी कर सकते हैं, बल्कि करियर की दिशा में भी मजबूती ला सकते हैं। यह पहल शिक्षा को हर स्तर पर सुलभ बनाने का एक उदाहरण है।
किस तरह मिलेगा फायदा
स्पेशल चांस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि पुराने छात्र अब अधिकतम चार पेपर देकर अपनी डिग्री पूरी कर सकते हैं। इससे छात्रों को पूरे कोर्स की पढ़ाई दोबारा नहीं करनी पड़ेगी। विश्वविद्यालय ने यह सुनिश्चित किया है कि आवेदन प्रक्रिया सरल और ऑनलाइन हो, ताकि देशभर के छात्र आसानी से इसका लाभ उठा सकें।