सोरांव के किसानों में खलबली मच गई है, जब गोदाम निरीक्षण में 53 बोरी खाद गायब पाए गए। इस मामले में SDM ने सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिससे स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है।
घटना की जानकारी
जब गोदाम की रिकॉर्डिंग और वास्तविक भंडारण आंकड़े मिलान किए गए, तो 53 बोरी खाद गायब पाई गई। किसानों ने आरोप लगाया कि सचिव ने रात में कुछ बोरी परिचितों को दे दी, जबकि दिन में किसानों की कतार में वितरण रुक गया।
सचिव ने विवाद के दौरान कथित रूप से अभद्र भाषा का प्रयोग किया — बाद में उन्होंने माफी भी मांगी।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
SDM ने सम्पर्क नोटिस जारी कर सचिव से लिखित जवाब तलब किया है। अगर जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो आगे की अन्वेषण और कार्रवाई संभव है।
प्रशासन ने किसानों को शांति बनाए रखने का आह्वान किया, और मौके पर अधिकारियों को तैनात किया।
किसानों की प्रतिकारक प्रतिक्रिया
किसानों ने धरना दिया—धूप में लेट कर विरोध जताया।
उनका कहना है कि उन्हें लगातार अनदेखा किया गया, जबकि खाद की कमी ने उनकी फसल कुछ ही दिनों में प्रभावित कर सकती है।
स्थानीय किसान संघ प्रमुखों ने मीडिया से कहा कि यदि कार्रवाई न हुई, तो आंदोलन तेज होगा।
अगर जांच में दोषी पाए गए तो प्रशासनिक / अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।
किसानों की मांगें बढ़ सकती हैं — मुआवजा, शुद्ध वितरण, पारदर्शी रिकॉर्डिंग।
यह मामला अन्य जिलों के किसानों के लिए उदाहरण बन सकता है—क्योंकि खाद की कमी और कालाबाजारी की घटनाएँ समय-समय पर सुनने को मिलती हैं।