ग्रेटर नोएडा वेस्ट की फ्यूजन होम्स सोसाइटी में बिजली गुल होने से दो टावरों की लिफ्ट फंस गईं। ए-टावर की लिफ्ट में बुजुर्ग, महिला और बच्चा करीब आधे घंटे तक फंसे रहे और बाद में लिफ्ट तेजी से नीचे गिरी। ई-टावर में भी एक बुजुर्ग और बच्चा करीब 10 मिनट तक फंसे रहे।
Noida: हाईराइज सोसाइटियों में लिफ्ट फंसने की घटनाएं लगातार लोगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही हैं। सोमवार को सेक्टर टेकजोन-4 स्थित फ्यूजन होम्स सोसाइटी में बिजली गुल होने से दो अलग-अलग टावरों की लिफ्टों में कुल पांच लोग फंस गए। इनमें बुजुर्ग, महिला और बच्चा भी शामिल थे। ए टावर की लिफ्ट तो अचानक नीचे गिर गई, जिससे अंदर मौजूद लोगों की जान पर बन आई। हालांकि गनीमत यह रही कि सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
ए टावर में 3 लोग फसे आधे घंटे तक
पहली घटना फ्यूजन होम्स के ए टावर की है, जहां लिफ्ट दूसरी मंजिल के बीच अचानक रुक गई। उस समय लिफ्ट में एक बुजुर्ग, महिला और बच्चा सवार थे। वे ग्राउंड फ्लोर से 15वीं मंजिल पर जा रहे थे, लेकिन बीच में लिफ्ट अचानक अटक गई।
करीब आधे घंटे तक तीनों अंदर फंसे रहे। उन्होंने अलार्म दबाया और दरवाजे पीटकर बाहर से मदद की गुहार लगाई, लेकिन उनकी आवाज किसी ने नहीं सुनी। थक-हारकर वे अंदर ही घबराहट में फंस गए। इस बीच अचानक लिफ्ट तेज आवाज के साथ ग्राउंड फ्लोर तक आ गिरी। गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी को गंभीर चोट नहीं आई। हालांकि, बाहर निकलने के बाद तीनों का हाल बेहाल था और वे दहशत में नजर आए।
ई टावर में भी फंसे दो लोग
इसी दिन सोसाइटी के ई टावर में भी एक और घटना हुई। यहां लिफ्ट अचानक रुक गई और उसमें एक बुजुर्ग व एक बच्चा करीब 10 मिनट तक फंसे रहे। इस बार मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत अलार्म और मैनुअल सिस्टम की मदद से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
निवासियों का कहना है कि आए दिन लिफ्ट में फंसने जैसी घटनाएं होती रहती हैं। इसके बावजूद बिल्डर और प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं देते। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक है। लोगों ने मांग की है कि लिफ्ट की नियमित जांच और रखरखाव को सुनिश्चित किया जाए।
निवासियों ने बिल्डर और एओए पर साधा निशाना
इस घटना के बाद सोसाइटी के निवासियों का गुस्सा फूट पड़ा। उनका कहना है कि लिफ्ट का रखरखाव सही तरीके से नहीं हो रहा है। कई बार शिकायत करने के बावजूद बिल्डर और एओए (अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन) एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते हैं।
लोगों ने लिफ्ट में लगाए गए एआरडी (ऑटोमेटिक रेस्क्यू डिवाइस) सिस्टम पर भी सवाल खड़े किए। उनका कहना है कि बिजली जाने पर यह सिस्टम काम ही नहीं करता, जबकि इसे यात्रियों की सुरक्षा के लिए लगाया गया है। निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो वे सामूहिक रूप से विरोध दर्ज कराएंगे।
ग्रेटर नोएडा में लिफ्ट हादसों से डर
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाईराइज सोसाइटीज़ में लिफ्ट से जुड़ी घटनाएं नई नहीं हैं। पिछले कुछ महीनों में कई बार अलग-अलग सोसाइटीज़ से लोगों के फंसने की खबरें सामने आ चुकी हैं। हर बार मामले को गंभीरता से लेने का आश्वासन तो दिया जाता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठता।
फ्यूजन होम्स के ताजा मामले ने एक बार फिर प्रशासन और बिल्डरों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही लिफ्ट की तकनीकी खामियों को दूर नहीं किया गया, तो कोई बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।