हिमाचल की शांत पहाड़ियों में रविवार सुबह एक भयावह हादसा घटित हुआ, जब उत्तर प्रदेश से आए श्रद्धालुओं की गाड़ी कांगड़ा बाइपास पर अनियंत्रित होकर पलट गई। सभी यात्री ज्वालाजी मंदिर में दर्शन कर वापस लौट रहे थे। हादसे में 7 लोग घायल हो गए, जिनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
क्या हुआ हादसे के समय?
घटना सुबह करीब 6:30 बजे की है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले से आए श्रद्धालु, एक टैक्सी वैन में सवार होकर दर्शन के बाद धर्मशाला की ओर बढ़ रहे थे।
जैसे ही वाहन कांगड़ा बाइपास पर पहुँचा, अचानक चालक ने तेज गति में नियंत्रण खो दिया। वाहन डिवाइडर से टकराते हुए सड़क किनारे खाई की ओर लुढ़कते हुए पलट गया। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने हादसे की आवाज़ सुनकर तुरंत मदद पहुंचाई और पुलिस को सूचना दी।
घायलों की पहचान और स्थिति
घायल श्रद्धालुओं को तुरंत कांगड़ा जिला अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक इलाज के बाद दो घायलों को टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। घायलों में शामिल नाम (परिवार की अनुमति से):
- रंजीत वर्मा (45 वर्ष) – गंभीर चोट
- सरोज देवी (42 वर्ष) – सिर में गहरी चोट
- अंशिका वर्मा (14 वर्ष) – हल्की चोट
- राजीव तिवारी (50 वर्ष)
- पायल तिवारी (46 वर्ष)
- मनीष दुबे (35 वर्ष)
- चालक रवि शुक्ला (30 वर्ष)
चिकित्सकों के अनुसार दो यात्रियों को ऑब्ज़र्वेशन में रखा गया है, बाकी की स्थिति स्थिर है।
रेस्क्यू में दिखी स्थानीय मदद
हादसे के समय बाइपास से गुजर रहे स्थानीय नागरिकों ने मदद की मिसाल पेश की। उन्होंने वाहन के भीतर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला और खुद ही घायलों को पानी और प्राथमिक सहायता दी। इसके बाद पुलिस और एंबुलेंस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भेजा। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त वाहन को कब्जे में ले लिया है और जांच शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही को हादसे की वजह बताया जा रहा है, हालांकि पुलिस ने वाहन की तकनीकी जांच के आदेश भी दिए हैं। एसएचओ कांगड़ा के अनुसार: वाहन मोड़ पर असंतुलित होकर पलटा। चालक के बयान लिए जा रहे हैं, हादसे की पूरी वजह जल्द साफ हो जाएगी।
श्रद्धालुओं की यात्रा में दुखद मोड़
श्रद्धालु परिवार ने बताया कि यह यात्रा उनकी पारिवारिक मन्नत के तहत की जा रही थी। वे शनिवार को ज्वालाजी पहुंचे थे और पूरी श्रद्धा से पूजा-अर्चना की।
रविवार सुबह ही वापसी की तैयारी थी, लेकिन कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हो गया। परिवार के सदस्य ने बताया: हम सोच भी नहीं सकते थे कि जो यात्रा मनोकामना पूर्ति के लिए थी, वह ऐसी यादों के साथ खत्म होगी।
हिमाचल प्रशासन ने घायलों के इलाज में पूरी सहायता देने का आश्वासन दिया है। कांगड़ा के एसडीएम ने अस्पताल जाकर घायलों की स्थिति जानी और परिवारजनों से बातचीत की। प्रशासन ने यह भी कहा कि यातायात सुरक्षा नियमों के पालन और सड़क सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे।