उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, अगर उत्तर प्रदेश के लोग इजरायल में फंसे हैं, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुद वहां जाकर उनकी मदद करनी चाहिए।
लखनऊ: इजरायल और ईरान के बीच तेज़ होते युद्ध जैसे हालात के बीच भारतीय मजदूरों की सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक चौंकाने वाली मांग की है कि वे खुद विशेष विमान लेकर इजरायल जाएं और वहां फंसे उत्तर प्रदेश के मजदूरों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाएं।
यह मांग उन्होंने लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रखी, जहां एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया कि इजरायल में उत्तर प्रदेश के कई मजदूर फंसे हुए हैं, जिन्हें भारत सरकार द्वारा वर्क वीजा पर भेजा गया था। अखिलेश यादव ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मैं आपके माध्यम से मुख्यमंत्री जी से निवेदन करूंगा कि सभी एयर इंडिया के विमान ले जाएं, खुद उसमें बैठें और यूपी के सभी मजदूरों को वापस लेकर आएं। अगर इजरायल भेजा था, तो अब लाने की जिम्मेदारी भी निभाएं।
युद्ध जैसे हालात में फंसे मजदूर
भारत सरकार द्वारा एक विशेष वर्क स्कीम के तहत हाल ही में करीब 5000 भारतीय मजदूरों को इजरायल भेजा गया था, जिनमें बड़ी संख्या उत्तर प्रदेश के युवाओं की है। इन मजदूरों को कंस्ट्रक्शन, फार्मिंग और अन्य क्षेत्रों में रोजगार दिलाया गया था। लेकिन अब इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव और लगातार हो रही बमबारी के चलते उनकी जान पर बन आई है। इजरायल के कई हिस्सों में रॉकेट हमलों और एयर स्ट्राइक्स की खबरें आ रही हैं, जिससे भारतीय प्रवासी समुदाय में डर और चिंता का माहौल है।
राजनीतिक स्वर तेज, राजीव राय ने भी की मांग
इससे पहले सपा सांसद राजीव राय ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा: सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी के जितने नौजवानों को इज़रायल में गाजे-बाजे के साथ भेजा था, ये जानते हुए भी कि वहाँ के हालात युद्ध वाले हैं… अब जब वहाँ दिन-रात बमबारी चल रही है, आपके मन में ख़याल आता है कि हमारे बच्चे कैसे हैं और उनकी सुरक्षित वापसी कैसे हो?
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि वे इस संकट की घड़ी में केवल औपचारिक बयान न देकर जमीनी एक्शन लें। इस पूरे मामले के बीच तेहरान में भारतीय दूतावास ने भी एक आपातकालीन परामर्श जारी किया है। दूतावास ने कहा है कि जो भी भारतीय नागरिक ईरान में हैं और अब तक दूतावास से संपर्क में नहीं हैं, वे तुरंत अपना स्थान और संपर्क विवरण साझा करें।