iOS 26 बीटा में Apple Maps को नेचुरल लैंग्वेज सर्च मिला, जिससे यूज़र साधारण भाषा में सवाल पूछकर आसपास जगहें ढूँढ सकते हैं। यह फीचर कॉन्टेक्स्ट समझकर विस्तृत परिणाम दिखाएगा। साथ ही लिक्विड ग्लास UI में पारदर्शिता घटाई गई और नए वॉलपेपर रंग जोड़े गए, बीटा यूज़र जांच रहे हैं।
Apple Maps: Apple हमेशा अपने यूजर्स के अनुभव को और अधिक सहज, स्मार्ट और इनोवेटिव बनाने के लिए जाना जाता है। इस दिशा में iOS 26 बीटा वर्ज़न के तहत एक बड़ा बदलाव Apple Maps ऐप में देखने को मिला है। रिपोर्ट्स के अनुसार, Apple Maps अब एक नेचुरल लैंग्वेज सर्च फीचर (Natural Language Search) के साथ टेस्टिंग में है, जो यूज़र्स को इंसानी शैली में सर्च करने की सुविधा देगा। यानी अब आप सीधे बोलचाल की भाषा में सवाल पूछ सकेंगे—और Apple Maps उस पर सटीक जवाब देगा।
क्या है Apple Maps का नेचुरल लैंग्वेज सर्च फीचर?
iOS 26 बीटा वर्ज़न में Apple Maps को एक ऐसा फीचर मिला है जो मैप सर्चिंग को पूरी तरह बदलने वाला है। अब यूजर को किसी ठोस लोकेशन का नाम डालने की जरूरत नहीं, बल्कि वह सामान्य बातचीत की तरह सवाल पूछ सकता है, जैसे:
- 'मेरे आस-पास सबसे अच्छी कॉफी शॉप कौन सी है जहां फ्री वाई-फाई हो?'
- 'आज रात डिनर के लिए कोई शांति भरा रेस्टोरेंट बताओ।'
Apple Maps अब इन सवालों को समझने और उसके अनुसार उपयुक्त स्थानों की सूची दिखाने में सक्षम होगा। यह फीचर खासतौर पर उन यूज़र्स के लिए फायदेमंद होगा जो टेक्निकल सर्च टर्म्स से परहेज़ करते हैं और आम बोलचाल की भाषा में जानकारी ढूंढ़ते हैं।
किसने किया खुलासा?
टेक जानकार स्टीव मोजर ने X (पहले ट्विटर) पर iOS 26 बीटा के लोकलाइज़ेशन फाइलों का विश्लेषण करने के बाद यह दावा किया है। उन्होंने बताया कि Apple ने इस फीचर को iOS 18.1 में ऐप स्टोर पर बतौर प्रयोग शुरू किया था, और अब यह Apple Maps में इंटीग्रेट किया जा रहा है। मोजर के मुताबिक, यह फीचर यूज़र्स के संवादात्मक प्रश्नों का सीधा और ज़्यादा कॉन्टेक्स्ट आधारित जवाब देगा। ये अपडेट iOS 26 के फाइनल वर्जन के साथ पूरी तरह से आम यूज़र्स तक पहुँच सकता है।
iOS 26 बीटा 3 क्या लेकर आया?
Apple ने हाल ही में iOS 26 बीटा 3 को जारी किया है। इसमें यूज़र इंटरफेस में कई बदलाव देखने को मिले हैं:
- लिक्विड ग्लास डिज़ाइन को कम पारदर्शी किया गया है ताकि टेक्स्ट पढ़ना आसान हो सके।
- होम और लॉक स्क्रीन वॉलपेपर के लिए नए कलर ऑप्शन जोड़े गए हैं।
- सिस्टम की परफॉर्मेंस को भी ऑप्टिमाइज़ किया गया है।
यह इंटरफेस WWDC 2025 में दिखाए गए लिक्विड डिज़ाइन से थोड़ा अलग नज़र आता है, जिससे लगता है कि Apple यूज़र फीडबैक के आधार पर लगातार सुधार कर रहा है।
क्यों ज़रूरी है यह नया सर्च फीचर?
Apple Maps लंबे समय से Google Maps के मुकाबले पीछे माना जाता रहा है, खासकर भारत और अमेरिका जैसे बड़े बाजारों में। नेचुरल लैंग्वेज सर्च फीचर Apple Maps को न सिर्फ तकनीकी रूप से स्मार्ट बनाएगा, बल्कि इसे आम यूज़र्स के लिए ज़्यादा फ्रेंडली बना देगा। अब तक यदि आपको 'कॉफी शॉप' टाइप करना पड़ता था, तो अब आप सीधे इंसानी अंदाज़ में सवाल पूछ सकते हैं, और जवाब भी उसी अनुसार मिलेगा। इससे न सिर्फ रिजल्ट तेज़ और सटीक होंगे, बल्कि यूज़र एक्सपीरियंस भी अगले स्तर पर पहुंचेगा।
भारत जैसे बाजारों में कितना उपयोगी?
भारत जैसे देश में जहां बहुभाषी और विविध सोच वाले लोग हैं, वहां नेचुरल लैंग्वेज सर्च से बड़ी संख्या में यूज़र्स को फायदा मिलेगा। हालांकि यह फीचर पहले इंग्लिश भाषा में ही सीमित हो सकता है, लेकिन Apple के एआई और भाषा मॉडल लगातार विकसित हो रहे हैं, जिससे भविष्य में हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में भी यह सुविधा आ सकती है।
क्या Apple ने आधिकारिक रूप से किया है लॉन्च?
नहीं। अभी तक Apple ने इस फीचर की कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की है। लेकिन यह बात पक्की है कि कंपनी इसका इंटरनल और डेवलपर टेस्टिंग फेज में गहन परीक्षण कर रही है। उम्मीद की जा रही है कि सितंबर में आने वाले iPhone 17 सीरीज़ के साथ जब iOS 26 का स्थिर वर्ज़न लॉन्च होगा, तब यह फीचर भी आम यूज़र्स के लिए रोल आउट कर दिया जाएगा।
Apple की एआई दिशा में अगला कदम?
यह फीचर Apple की आने वाली एआई रणनीति की एक झलक है। हाल ही में Apple ने 'Apple Intelligence' नाम से अपने AI इकोसिस्टम को इंट्रोड्यूस किया है, जो iPhone, iPad और Mac के अनुभव को पूरी तरह बदलने वाला है। Apple Maps का यह नया सर्च फीचर इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो दिखाता है कि कंपनी अब एआई को अपने हर प्रोडक्ट में गहराई से जोड़ने में लगी हुई है।