झारखंड विधानसभा में मंगलवार को एसआईआर मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ। विपक्ष और सत्ता पक्ष आमने-सामने आ गए। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।
रांची। झारखंड विधानसभा के सत्र में मंगलवार को जोरदार हंगामा देखने को मिला। सुबह से ही विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विरोध इतना बढ़ गया कि स्पीकर को इसे दो बार स्थगित करना पड़ा। पहले कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए रोकी गई और फिर दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। विपक्षी नेता विधानसभा गेट से लेकर सदन के अंदर तक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे, जबकि सत्ता पक्ष के विधायक भी जवाबी हमले में पीछे नहीं हटे।
विधानसभा गेट से ही शुरू हुआ विरोध
मंगलवार सुबह जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने वाली थी, विपक्षी दलों के विधायक विधानसभा गेट पर ही हाथों में तख्तियां लेकर पहुंच गए। यहां उन्होंने सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाए और प्रदर्शन किया। विपक्ष का आरोप था कि सरकार एसआईआर के मुद्दे पर गंभीर नहीं है और आदिवासियों के अधिकारों की अनदेखी कर रही है। जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो विपक्षी नेताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया, जिससे सदन का माहौल गरमा गया और कार्यवाही शुरू होते ही रोकनी पड़ी।
एसआईआर मुद्दे पर गरमाई राजनीति
सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने एसआईआर का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे वोट की चोरी कर रहे हैं और सत्ता में आने के लिए गलत तरीके अपना रहे हैं। उनके समर्थन में सत्ता पक्ष के अन्य विधायक भी नारेबाजी करने लगे और 'वोट चोर गद्दी छोड़' के नारे सदन में गूंजने लगे। सत्ता पक्ष के विधायकों की नारेबाजी का विपक्षी दलों ने भी जवाब दिया और पूरा सदन हंगामे से गूंज उठा। विरोध इतना बढ़ा कि कार्यवाही को दोबारा स्थगित करना पड़ा।
विपक्ष का पलटवार, सरकार पर गंभीर आरोप
विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने सत्ता पक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि सरकार बांग्लादेशियों को वोटर बनाने की कोशिश कर रही है और आदिवासियों की खतियानी जमीन छीनने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले को भी उठाया और कहा कि सरकार इस मामले को दबाना चाहती है। बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन विपक्ष अपनी बात मजबूती से रखता रहेगा।
सरकार ने दिया जवाब का आश्वासन
हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने विपक्ष के आरोपों पर कहा कि नेता सदन से बात कर इस पर आज ही जवाब दिया जाएगा। हालांकि, लगातार हो रहे हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। अब सबकी नजर दोपहर 2 बजे की कार्यवाही पर है, जहां यह तय होगा कि विपक्ष फिर से हंगामा करेगा या सरकार इस मुद्दे पर कोई बड़ा ऐलान करेगी।