कंपनी द्वारा स्टॉक स्प्लिट के प्रस्ताव को लेकर बोर्ड मीटिंग की घोषणा करते ही शेयर बाजार में इसका सकारात्मक असर देखने को मिला। इस खबर के चलते निवेशकों में उत्साह बढ़ गया और जुलाई 2025 के पहले हफ्ते में कंपनी के शेयरों में जबरदस्त तेजी आई।
स्मॉलकैप कंपनी टूरिज्म फाइनेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (TFCI) एक बार फिर चर्चा में है। कंपनी ने शुक्रवार, 4 जुलाई 2025 को शेयर बाजार को जानकारी दी कि उसके बोर्ड की अगली बैठक 10 जुलाई को होगी, जिसमें स्टॉक स्प्लिट के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। इस खबर ने निवेशकों में जबरदस्त जोश भर दिया, जिसके चलते कंपनी के शेयरों में भारी उछाल देखने को मिला।
इस दिन कंपनी का शेयर एनएसई पर 8.21 फीसदी की तेजी के साथ 262 रुपये पर बंद हुआ। ट्रेडिंग के दौरान यह शेयर 264 रुपये के स्तर तक पहुंच गया, जो इसका 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर है। यानी एक दिन में 19.87 रुपये का जबरदस्त उछाल दर्ज हुआ।
10 रुपये फेस वैल्यू वाले शेयरों का होगा विभाजन
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए जानकारी दी है कि वह 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयरों को छोटे हिस्सों में बांटने की योजना बना रही है। यह स्टॉक स्प्लिट किस अनुपात में किया जाएगा, इसका फैसला 10 जुलाई को होने वाली बोर्ड बैठक में लिया जाएगा। स्टॉक स्प्लिट का उद्देश्य आम निवेशकों के लिए शेयर की पहुंच आसान बनाना होता है, जिससे ट्रेडिंग में भी बढ़ोतरी होती है।
कंपनी ने सेबी के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए 1 जुलाई से अपने डेजिग्नेटेड व्यक्तियों और इनसाइडर कर्मचारियों के लिए ट्रेडिंग विंडो बंद कर दी है। यह विंडो कंपनी के वित्तीय नतीजों की घोषणा के 48 घंटे बाद तक बंद रहेगी।
2025 में अब तक 58 फीसदी रिटर्न दे चुका है शेयर
TFCI का यह कदम ऐसे समय आया है जब इसके शेयर पहले से ही निवेशकों को शानदार रिटर्न दे रहे हैं। साल 2025 की शुरुआत से अब तक कंपनी के शेयर 58 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। इस दौरान निफ्टी इंडेक्स की वृद्धि केवल 7 फीसदी रही, जिससे स्पष्ट है कि कंपनी ने बाजार के औसत प्रदर्शन को कई गुना पीछे छोड़ दिया है।
पिछले एक साल की बात करें तो TFCI का शेयर करीब 28 फीसदी चढ़ा है, जबकि निफ्टी इस दौरान मात्र 5 फीसदी बढ़ा है। निवेशकों और विश्लेषकों की नजर अब बोर्ड मीटिंग में होने वाले फैसले पर टिकी है।
मार्केट कैप 2400 करोड़ रुपये के पार
TFCI एक स्मॉलकैप कंपनी है जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 2,426 करोड़ रुपये है। इसकी स्थापना वर्ष 1989 में हुई थी। शुरुआत में कंपनी का मकसद भारत के पर्यटन क्षेत्र को वित्तीय और सलाहकारी सेवाएं देना था। लेकिन समय के साथ कंपनी ने अपने कारोबार का विस्तार किया और अब यह शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, एनबीएफसी, रियल एस्टेट और किफायती आवास परियोजनाओं को भी वित्त मुहैया कराती है।
मार्च तिमाही में हुआ जबरदस्त मुनाफा
कंपनी के वित्तीय नतीजे भी इसके शेयर की मजबूती को समर्थन दे रहे हैं। मार्च 2025 में समाप्त चौथी तिमाही में TFCI ने 30 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की समान अवधि में 20 करोड़ रुपये था। यानी कंपनी का मुनाफा साल-दर-साल 48 फीसदी बढ़ा है।
वहीं राजस्व की बात करें तो मार्च तिमाही में कंपनी की कुल आय 21 फीसदी बढ़कर 70 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 58 करोड़ रुपये थी। यानी TFCI की आमदनी और मुनाफा दोनों में जबरदस्त सुधार देखा गया है।
वित्तीय सेक्टर में तेजी से बढ़ रही है कंपनी
TFCI ने जिस तेजी से अपने कारोबार को पर्यटन क्षेत्र से निकालकर अन्य क्षेत्रों तक पहुंचाया है, वह निवेशकों के लिए भरोसे का संकेत है। कंपनी अब केवल पर्यटन से जुड़े प्रोजेक्ट्स तक सीमित नहीं है, बल्कि शिक्षा और हेल्थ सेक्टर की जरूरतों को पूरा करने के लिए वित्त उपलब्ध कराती है। इसके अलावा कंपनी ने रियल एस्टेट सेक्टर में भी किफायती और मध्यम आय वर्ग के लिए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट देना शुरू किया है।
स्टॉक स्प्लिट से निवेशकों की बढ़ेगी दिलचस्पी
स्टॉक स्प्लिट की घोषणा बाजार में एक सकारात्मक संकेत मानी जाती है। इससे शेयर की कीमत कम हो जाती है और आम निवेशक के लिए शेयर खरीदना आसान हो जाता है। निवेशकों को लगता है कि स्टॉक स्प्लिट के बाद कंपनी की लिक्विडिटी बढ़ेगी और बाजार में भागीदारी अधिक होगी। इसी वजह से TFCI के शेयर में हालिया तेजी को निवेशक विश्वास के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
नजरें बोर्ड बैठक पर टिकीं
अब सारी नजरें 10 जुलाई को होने वाली बोर्ड मीटिंग पर हैं, जिसमें स्टॉक स्प्लिट के अनुपात और प्रक्रिया को लेकर फैसला लिया जाएगा। बाजार विश्लेषक मानते हैं कि अगर बोर्ड इस प्रस्ताव को मंजूरी देता है, तो कंपनी का शेयर और अधिक निवेशकों को आकर्षित करेगा।
TFCI इस समय उन चुनिंदा स्मॉलकैप कंपनियों में शामिल है, जिन्होंने न केवल बाजार को पछाड़ा है, बल्कि अपनी कारोबारी रणनीति और वित्तीय मजबूती से निवेशकों का भरोसा भी जीता है। स्टॉक स्प्लिट की घोषणा ने इसमें और जान भर दी है और आगे इसकी चाल को लेकर बाजार में उत्सुकता बनी हुई है।