Pune

Lenskart को पहली तिमाही में बड़ा मुनाफा, जल्द लॉन्च होगा ₹7278 करोड़ का IPO

Lenskart को पहली तिमाही में बड़ा मुनाफा, जल्द लॉन्च होगा ₹7278 करोड़ का IPO

लेंसकार्ट ने जून 2025 तिमाही में ₹61.2 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में ₹10.9 करोड़ का घाटा हुआ था। कंपनी का रेवेन्यू 25% बढ़कर ₹1,894.5 करोड़ हो गया। लेंसकार्ट का ₹7,278 करोड़ का IPO 31 अक्टूबर को खुलेगा और 4 नवंबर को बंद होगा, जिसकी लिस्टिंग 10 नवंबर को हो सकती है।

Lenskart Q1 Results: आईवियर कंपनी लेंसकार्ट ने वित्त वर्ष 2025 की जून तिमाही में ₹61.2 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया है, जबकि पिछले साल कंपनी घाटे में थी। इस तिमाही में उसका रेवेन्यू 24.6% बढ़कर ₹1,894.5 करोड़ रहा। भारतीय कारोबार से ₹1,169 करोड़ और अंतरराष्ट्रीय बाजार से ₹736 करोड़ की आमदनी हुई। कंपनी का ₹7,278 करोड़ का IPO 31 अक्टूबर को खुलेगा और 4 नवंबर को बंद होगा। यह लेंसकार्ट का वित्त वर्ष 2025 में पहला मुनाफे वाला साल है।

रेवेन्यू में 25 प्रतिशत की उछाल

लेंसकार्ट का कुल रेवेन्यू जून 2025 तिमाही में 24.6 प्रतिशत बढ़कर 1,894.5 करोड़ रुपये पहुंच गया। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 1,520.4 करोड़ रुपये था। कंपनी ने अपने EBITDA में भी बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की है। अप्रैल-जून 2025 तिमाही में EBITDA 336.6 करोड़ रुपये रहा, जबकि सितंबर 2024 तिमाही में यह आंकड़ा 183.4 करोड़ रुपये था। कंपनी की वित्तीय लागत 41 करोड़ रुपये दर्ज की गई।

कंपनी का कहना है कि इस वृद्धि का मुख्य कारण भारत में बढ़ती मांग और विदेशी बाजारों में विस्तार है। लेंसकार्ट ने ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों में अपनी उपस्थिति मजबूत की है।

भारतीय कारोबार से मजबूत आय

लेंसकार्ट का भारतीय कारोबार कंपनी के कुल रेवेन्यू का सबसे बड़ा हिस्सा है। जून 2025 तिमाही में भारत से कंपनी की आय 1,169.2 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 936 करोड़ रुपये थी। इसका मतलब है कि घरेलू बाजार से कंपनी की आय में 25 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त हुई है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार से भी लेंसकार्ट को शानदार परिणाम मिले हैं। कंपनी के अंतरराष्ट्रीय कारोबार ने जून 2025 तिमाही में 736.5 करोड़ रुपये का योगदान दिया। पिछले साल इसी तिमाही में यह आंकड़ा 584.4 करोड़ रुपये था। कंपनी के विदेशी कारोबार में मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया के बाजार शामिल हैं।

वित्त वर्ष 2025 में हुआ कंपनी को पहला सालाना मुनाफा

लेंसकार्ट के लिए वित्त वर्ष 2025 ऐतिहासिक रहा है। कंपनी ने पूरे साल में 297.3 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया। जबकि वित्त वर्ष 2024 में कंपनी को 10.2 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। यह कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि लंबे समय से घाटे में चल रही यह कंपनी अब मुनाफे की राह पर लौट आई है।

पिछले दो वर्षों में लेंसकार्ट के रेवेन्यू में 33 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) रही है। कंपनी का रेवेन्यू 23 प्रतिशत बढ़कर 6,652.5 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इसके साथ ही ग्रॉस मार्जिन में भी सुधार हुआ है, जो 500 बेसिस पॉइंट्स से बढ़कर करीब 69 प्रतिशत हो गया है।

31 अक्टूबर से खुलेगा लेंसकार्ट का आईपीओ

लेंसकार्ट का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) 31 अक्टूबर को खुलने जा रहा है। यह निवेशकों के बीच काफी चर्चा में है क्योंकि कंपनी की ब्रांड वैल्यू और ग्रोथ दोनों मजबूत हैं। आईपीओ का कुल साइज लगभग 7278 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। एंकर निवेशकों के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया 30 अक्टूबर को शुरू होगी। आईपीओ की क्लोजिंग 4 नवंबर को होगी और शेयरों की लिस्टिंग 10 नवंबर को बीएसई और एनएसई दोनों पर की जाएगी।

कंपनी के इस आईपीओ में 2,150 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा प्रमोटर्स और निवेशकों की ओर से 12.75 करोड़ इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचे जाएंगे।

तेजी से बढ़ता आईवियर ब्रांड

लेंसकार्ट की शुरुआत साल 2008 में पीयूष बंसल, अमित चौधरी, नेहा बंसल और सुमीत कपाही ने की थी। कंपनी ने बहुत ही कम समय में भारतीय आईवियर मार्केट में अपनी मजबूत पहचान बनाई है। यह भारत का सबसे बड़ा ओम्नी-चैनल आईवियर ब्रांड बन चुका है।

मार्च 2025 तक कंपनी के भारत और विदेश में कुल 2,723 स्टोर थे। इनमें मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया के कई प्रमुख शहर शामिल हैं। कंपनी ने बताया है कि वह वित्त वर्ष 2026 में करीब 450 नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है।

Leave a comment