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Maharashtra: नारायण राणे पर हत्या के आरोप, शिवसेना नेता के बयान से मचा बवाल

Maharashtra: नारायण राणे पर हत्या के आरोप, शिवसेना नेता के बयान से मचा बवाल

शिवसेना नेता भरत गोगावले ने नारायण राणे पर हत्या और झगड़े के आरोप लगाए। बेटे नितेश राणे ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके पिता के खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।

Maharashtra: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता भरत गोगावले के एक बयान ने राज्य की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। उन्होंने सिंधुदुर्ग में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को लेकर कहा कि वे यूं ही इस मुकाम तक नहीं पहुंचे बल्कि इसके लिए उन्होंने "झगड़े किए, जेल गए और हत्या भी की"।

नारायण राणे का राजनीतिक सफर और विवाद

नारायण राणे वर्तमान में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे पहले शिवसेना में रहे और मालवण और कुडाल से विधायक भी रहे। राणे पर 1991 में कांग्रेस नेता श्रीधर नाइक की हत्या का मामला दर्ज हुआ था, लेकिन कोर्ट ने उन्हें बाद में बरी कर दिया। यह केस शिवसेना विधायक वैभव नाइक के चाचा से जुड़ा था।

गोगावले के बयान का आशय और मंच पर बोले शब्द

गोगावले ने कहा कि नारायण राणे इतनी आसानी से शीर्ष पदों पर नहीं पहुंचे। उन्होंने हंगामा किया, जेल गए, झगड़े किए और हत्या भी की। उनका इशारा नारायण राणे के आपराधिक रिकॉर्ड की ओर था। उन्होंने कहा कि अगर कोई शिवसैनिक हंगामा नहीं करता तो वह असली शिवसैनिक नहीं हो सकता।

इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए नारायण राणे के बेटे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने कहा कि उनके पिता के खिलाफ किसी हत्या का कोई पुलिस रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि वे भरत गोगावले से मिलकर तथ्यों को स्पष्ट करेंगे और उनकी "समझ को व्यापक बनाएंगे"।

नितेश राणे का मीडिया से संवाद

मीडिया से बात करते हुए नितेश राणे ने कहा कि नारायण राणे शिवसेना के लिए हमेशा समर्पित रहे हैं और पार्टी को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि गोगावले का बयान एक राजनीतिक विवाद बन सकता था, लेकिन उन्होंने निजी तौर पर इस मामले को सुलझाना उचित समझा।

नारायण राणे और शिवसेना का पुराना रिश्ता

नारायण राणे कई वर्षों तक शिवसेना के कद्दावर नेता रहे हैं। वे शिवसेना-भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री भी बने। बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए और अब भाजपा में सक्रिय हैं। उनका राजनीतिक सफर महाराष्ट्र की राजनीति का अहम हिस्सा रहा है।

श्रीधर नाइक हत्याकांड

1991 में सिंधुदुर्ग के कांग्रेस पदाधिकारी श्रीधर नाइक की हत्या का आरोप नारायण राणे पर लगा था। यह मामला काफी चर्चा में रहा लेकिन कोर्ट ने सबूतों के अभाव में उन्हें दोषमुक्त कर दिया।

नारायण राणे के बड़े बेटे नीलेश राणे भी सक्रिय राजनीति में हैं। वे 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कुडाल सीट से शिवसेना उम्मीदवार को हराकर विधायक बने। इससे राणे परिवार की राजनीतिक पकड़ सिंधुदुर्ग में और मजबूत हो गई है।

वर्तमान में महाराष्ट्र में महायुति सरकार सत्ता में है जिसमें शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजित पवार गुट) और भाजपा साझेदार हैं। इस गठबंधन के भीतर नेताओं के बीच बयानबाजी से अंतर्विरोध समय-समय पर सामने आते रहते हैं। 

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