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महाराष्ट्र के किसानों के लिए बड़ी राहत: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया कृषि कर्ज माफी का ऐलान

महाराष्ट्र के किसानों के लिए बड़ी राहत: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया कृषि कर्ज माफी का ऐलान

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मानसून सत्र के समापन पर विपक्ष पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल केवल 'हमला करो और भाग जाओ' की राजनीति कर रहे हैं, जबकि सरकार राज्य के विकास और जनता के हित में लगातार काम कर रही है। 

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के किसानों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ शब्दों में कहा है कि राज्य सरकार कृषि कर्ज माफी के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मानसून सत्र के समापन के बाद मीडिया से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में हर जरूरी कदम उठा रही है और विपक्ष केवल बेबुनियाद आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।

किसानों के लिए सरकार का बड़ा ऐलान

मुख्यमंत्री फडणवीस ने दोहराया कि महायुति सरकार कृषि संकट के स्थायी समाधान के लिए काम कर रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसानों की कर्ज माफी को लेकर सरकार गंभीर और प्रतिबद्ध है। महाराष्ट्र के लाखों किसानों के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर मानी जा रही है, क्योंकि बीते कुछ वर्षों में राज्य में किसानों की आत्महत्या के मामलों में इजाफा देखने को मिला है।

फडणवीस ने कहा, “हम किसानों को राहत देने के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे। सरकार का मकसद सिर्फ तात्कालिक राहत नहीं, बल्कि दीर्घकालिक समाधान खोजना है, ताकि आने वाले समय में किसानों को फिर से कर्ज के दलदल में न फंसना पड़े।

सरकार की उपलब्धियों का ब्यौरा

मुख्यमंत्री ने मानसून सत्र के दौरान सरकार द्वारा पारित 16 विधेयकों का हवाला देते हुए कहा कि इनमें से कई विधेयक किसानों के हित, राज्य की सुरक्षा और समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए 'विशेष जन सुरक्षा विधेयक' पारित किया है। इसके अलावा अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग को वैधानिक दर्जा देने संबंधी विधेयक, गढ़चिरौली के लिए विशेष खनन प्राधिकरण और नासिक कुंभ के लिए विशेष प्राधिकरण का गठन जैसी महत्वपूर्ण पहल भी सत्र में की गई है।

फडणवीस ने यह भी घोषणा की कि मादक पदार्थों से जुड़े अपराधों को अब 'मकोका' के तहत लाया जाएगा, ताकि नशे के अवैध कारोबार पर कठोर कार्रवाई हो सके। इसके अलावा कृषि संकट के दीर्घकालिक समाधान के लिए एक उच्च स्तरीय समिति के गठन की बात भी उन्होंने रखी।

विपक्ष पर निशाना

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि विपक्ष ने पूरे सत्र के दौरान सरकार पर निराधार आरोप लगाए और जनता को गुमराह करने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं था, इसलिए उन्होंने बेबुनियाद सवाल खड़े किए, जिनका कोई आधार नहीं था। फडणवीस ने विपक्ष पर 'हमला करो और भाग जाओ' की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, विपक्ष के पास न तो जनता के लिए कोई समाधान है और न ही किसानों के लिए कोई ठोस योजना। वे सिर्फ आरोप लगाकर मीडिया में सुर्खियां बटोरना चाहते हैं।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस बात की भी पुष्टि की कि इस्लामपुर का नाम बदलकर ईश्वरपुर कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह केवल नाम परिवर्तन नहीं, बल्कि इतिहास की बहाली है।

सदन में मारपीट पर जताई नाराजगी

सदन के भीतर बीजेपी और एनसीपी (शरद पवार गुट) के विधायकों के बीच हुई हाथापाई पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, बच्चे भी इस तरह नहीं लड़ते। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे सरकार के कामकाज की छवि को नुकसान होता है। उद्धव ठाकरे से मुलाकात पर फडणवीस ने कहा कि इसे राजनीतिक संकेत मानने की जरूरत नहीं है। 

उन्होंने मीडिया में चल रही 'प्रस्ताव' की खबरों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शिवसेना-शिंदे गुट और अजित पवार गुट के साथ महायुति सरकार पूरी तरह स्थिर और मजबूत है।

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