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म्यूनिख वर्ल्ड कप 2025: भारतीय शूटर्स का जलवा, 2 गोल्ड और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर रचा इतिहास

म्यूनिख वर्ल्ड कप 2025: भारतीय शूटर्स का जलवा, 2 गोल्ड और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर रचा इतिहास

भारत ने अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (ISSF) के वार्षिक कैलेंडर में शामिल सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण टूर्नामेंटों में से एक म्यूनिख वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया है। भारतीय निशानेबाजों ने इस प्रतियोगिता में दो गोल्ड और दो ब्रॉन्ज मेडल जीतकर पदक तालिका में तीसरा स्थान हासिल किया। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत की युवा निशानेबाजों ने म्यूनिख में आयोजित ISSF वर्ल्ड कप 2025 में दमदार प्रदर्शन कर दुनिया को यह जता दिया कि देश की शूटिंग प्रतिभा अब किसी एक पीढ़ी या खिलाड़ी पर निर्भर नहीं है। भारत ने कुल 2 गोल्ड और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर टूर्नामेंट की ओवरऑल मेडल टैली में तीसरा स्थान हासिल किया। यह प्रदर्शन न सिर्फ भारतीय निशानेबाजी का स्तर दर्शाता है, बल्कि आगामी ओलंपिक के लिए भी उम्मीदें बढ़ाता है।

सुरुचि सिंह: युवा सितारा जिसने गोल्ड की हैट्रिक लगाई

म्यूनिख वर्ल्ड कप का सबसे बड़ा आकर्षण रही हरियाणा की 19 वर्षीय सुरुचि सिंह, जिन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में अपना लगातार तीसरा वर्ल्ड कप गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने क्वालीफिकेशन में 588 अंक के साथ मनु भाकर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की और फाइनल में भी आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन करते हुए सभी को पीछे छोड़ दिया।

सुरुचि ने साबित कर दिया कि युवा निशानेबाजों में न केवल प्रतिभा है, बल्कि दबाव में प्रदर्शन करने की परिपक्वता भी है। उनकी यह जीत भविष्य के लिए बड़ा संकेत है कि भारत को ओलंपिक में शूटिंग स्पर्धाओं में गोल्ड दिलाने की काबिलियत अब नई पीढ़ी में भी है।

आर्या बोसरे और अर्जुन बबूता की जोड़ी ने किया चमत्कार

दूसरा गोल्ड भारत को मिला 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम इवेंट में, जहां आर्या बोसरे और अर्जुन बबूता की जोड़ी ने वर्ल्ड रिकॉर्डधारी चीन की एस जीएल आई और वांग जी फी की जोड़ी को चौंकाते हुए स्वर्ण पदक जीता। इस जीत को खास इसलिए माना जा रहा है क्योंकि चीन इस इवेंट में अपराजेय मानी जाती थी। भारतीय जोड़ी ने संयम और सामंजस्य का बेहतरीन उदाहरण पेश करते हुए चीन को आखिरी शॉट्स में पछाड़ा और दर्शकों को एक यादगार मुकाबला दिया।

ब्रॉन्ज से भी मजबूत हुआ भारत का दावा

भारत को दो ब्रॉन्ज मेडल भी मिले, जिनमें पहला जीता इलावेनिल वलारिवान ने, जो महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में शानदार स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। क्वालीफिकेशन में उन्होंने 635.9 का स्कोर कर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। उनका यह प्रदर्शन भारतीय महिला राइफल शूटिंग को नई ऊंचाई देता है।

वहीं दूसरी ब्रॉन्ज मेडलिस्ट रहीं सिफ्त कौर सामरा, जिन्होंने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन इवेंट में अपने पुराने अनुभव का फायदा उठाते हुए फाइनल तक का सफर तय किया और कांस्य पदक जीता।

एनआरएआई ने की खिलाड़ियों की तारीफ

भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (NRAI) के महासचिव के. सुल्तान सिंह ने कहा, हमारे कुछ शीर्ष खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाए, इसके बावजूद युवा खिलाड़ियों ने ज़िम्मेदारी उठाई और खुद को साबित किया। यह भारत की गहराई दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि म्यूनिख वर्ल्ड कप जैसी कठिन प्रतियोगिता में इतनी बड़ी भागीदारी और फिर भी तीन गोल्ड मेडल फिनिश पर पहुंचना दर्शाता है कि भारतीय शूटिंग अब ग्लोबल फोर्स बन चुकी है।

म्यूनिख वर्ल्ड कप में चीन ने 7 मेडल (4 गोल्ड) के साथ टॉप पर जगह बनाई, जबकि नॉर्वे ने 2 गोल्ड और 1 सिल्वर के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। भारत 2 गोल्ड और 2 ब्रॉन्ज के साथ तीसरे स्थान पर रहा। प्रतियोगिता की 10 स्पर्धाओं में से भारत 7 में फाइनल तक पहुंचने में कामयाब रहा।

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