दिल्ली-एनसीआर के मैक्स हॉस्पिटल्स में टाटा AIG के पॉलिसीधारकों के लिए 10 सितंबर 2025 से कैशलेस क्लेम सुविधा बंद कर दी गई है। इससे पहले स्टार हेल्थ और नीवा बूपा ने भी यह सुविधा रोकी थी। हॉस्पिटल ने मरीजों के लिए रीइंबर्समेंट डेस्क बनाकर क्लेम प्रक्रिया जारी रखने का इंतजाम किया है।
Max Hospitals: दिल्ली-एनसीआर के मैक्स हॉस्पिटल्स ने टाटा AIG हेल्थ इंश्योरेंस के पॉलिसीधारकों के लिए 10 सितंबर 2025 से कैशलेस क्लेम सुविधा बंद कर दी है। टाटा AIG ने टैरिफ घटाने की मांग की थी, जिसे हॉस्पिटल ने अस्वीकार किया। इससे पहले स्टार हेल्थ और नीवा बूपा ने भी यह सुविधा रोक दी थी। हॉस्पिटल ने मरीजों के लिए विशेष रीइंबर्समेंट डेस्क तैयार की है ताकि इलाज में कोई रुकावट न आए।
कैशलेस सुविधा रोकने का कारण
मैक्स हॉस्पिटल के प्रवक्ता ने बताया कि टाटा AIG ने 10 सितंबर 2025 से कैशलेस सेवाओं को अचानक बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि टाटा AIG ने पहले 16 जनवरी 2025 से 15 जनवरी 2027 तक के लिए टैरिफ एग्रीमेंट साइन किया था। लेकिन जुलाई 2025 में कंपनी ने टैरिफ घटाने की मांग की, जिसे हॉस्पिटल ने स्वीकार नहीं किया। हॉस्पिटल ने टाटा AIG के एकतरफा टैरिफ घटाने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। इसके बाद 10 सितंबर से उनके पॉलिसीधारकों के लिए कैशलेस सुविधा रोक दी गई।
हॉस्पिटल प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय मरीजों के इलाज की गुणवत्ता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि टैरिफ घटाने के मामले में कोई समझौता नहीं किया गया, इसलिए कंपनी की पॉलिसीधारकों के लिए कैशलेस सुविधा बंद करना जरूरी हो गया।
मरीजों के लिए राहत के उपाय
मैक्स हॉस्पिटल ने कहा कि मरीजों को परेशानी न हो, इसके लिए उन्होंने विशेष डेस्क तैयार किया है। यह डेस्क मरीजों को इंश्योरेंस क्लेम रीइंबर्समेंट में मदद कर रही है ताकि उन्हें बिना अग्रिम भुगतान के इलाज मिल सके। हॉस्पिटल का कहना है कि यह व्यवस्था मरीजों के लिए असुविधा को कम करने के लिए बनाई गई है।
वहीं, टाटा AIG ने यह भरोसा दिया है कि उनके ग्राहकों को कोई असुविधा नहीं होगी। कंपनी ने कहा कि सभी क्लेम को प्राथमिकता दी जा रही है और उन्हें तेज़ी से निपटाया जा रहा है। उनकी सेवा टीम हर केस पर ध्यान दे रही है ताकि इलाज में कोई रुकावट न आए और मरीजों को निरंतर सुविधा मिलती रहे।
नीवा बूपा की स्थिति
मैक्स हॉस्पिटल प्रवक्ता ने बताया कि नीवा बूपा के पॉलिसीधारकों के लिए अभी भी कैशलेस सुविधा जारी है। हालांकि उनका कॉन्ट्रैक्ट मई 2025 में समाप्त हो चुका है। नीवा बूपा ने हॉस्पिटल से टैरिफ और घटाने की मांग की थी, लेकिन हॉस्पिटल ने इसे अस्वीकार्य बताया। हॉस्पिटल ने कहा कि अगर टैरिफ घटाया जाता, तो इससे मरीजों की सुरक्षा और इलाज की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता था।
कैशलेस सुविधा बंद होने का प्रभाव
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस तरह की स्थिति मरीजों और उनके परिवारों के लिए असुविधाजनक हो सकती है। मरीजों को अब अपने खर्चों का अग्रिम भुगतान करना पड़ सकता है और फिर क्लेम के लिए हॉस्पिटल और इंश्योरेंस कंपनियों के बीच प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इससे समय की खपत बढ़ सकती है और मरीजों को वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ सकता है।
हॉस्पिटल और इंश्योरेंस कंपनियों के बीच टैरिफ विवाद लंबे समय से जारी हैं। टैरिफ में वृद्धि और घटाव का असर मरीजों पर सीधे पड़ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों पक्षों को मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए समाधान निकालना होगा।
मरीजों की सुविधा प्राथमिकता
मैक्स हॉस्पिटल ने कहा कि मरीजों की सुविधा को सर्वोपरि रखा जाएगा। हॉस्पिटल का दावा है कि विशेष डेस्क और तेज़ क्लेम प्रक्रिया के माध्यम से मरीजों को कम से कम असुविधा होगी। वहीं, टाटा AIG ने भी भरोसा दिया है कि क्लेम प्रक्रिया में किसी भी तरह की बाधा नहीं आएगी और मरीजों को नियमित इलाज उपलब्ध रहेगा।