नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने यात्रियों की सुविधा के लिए रैपिडो के साथ साझेदारी की है, जिससे स्मार्ट मोबिलिटी को बढ़ावा मिलेगा। अब यात्रियों को एयरपोर्ट परिसर में ही ऐप-बेस्ड कैब सेवा मिलेगी, जिससे लास्ट माइल कनेक्टिविटी आसान होगी। यह सुविधा विशेष रूप से NCR और आसपास के जिलों के यात्रियों को लाभ पहुंचाएगी।
उत्तर भारत के सबसे बड़े एविएशन प्रोजेक्ट्स में शामिल नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने यात्रियों की सुविधा के लिए ऐप-बेस्ड कैब सेवा रैपिडो के साथ रणनीतिक साझेदारी की है। यह साझेदारी एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही यात्रियों को त्वरित, सुलभ और भरोसेमंद ट्रांसपोर्ट सेवा देने के उद्देश्य से की गई है। एयरपोर्ट परिसर में विशेष पिक-अप प्वाइंट्स बनाए जाएंगे, जिससे लास्ट माइल कनेक्टिविटी की समस्या दूर होगी। निर्माण कार्य तेजी से पूरा हो रहा है और नवंबर 2025 तक आंशिक संचालन की संभावना है।
रैपिडो पिक-अप पॉइंट्स से आसान होगा सफर
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने इस साझेदारी के तहत एयरपोर्ट परिसर में विशेष रैपिडो पिक-अप जोन बनाने का निर्णय लिया है। इन पिक-अप प्वाइंट्स को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि यात्रियों को एयरपोर्ट टर्मिनल से बाहर निकलते ही दिशा-निर्देशों के माध्यम से अपने वाहन तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो। इन जोनों पर प्रशिक्षित स्टाफ की मौजूदगी सुनिश्चित की जाएगी जो यात्रियों को सहायता प्रदान करेंगे।
यह प्रणाली खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी होगी जो पहली बार इस एयरपोर्ट का उपयोग कर रहे हैं या जिन्हें स्थानीय परिवहन प्रणाली की जानकारी नहीं है। अब यात्री रैपिडो ऐप के माध्यम से अपनी राइड बुक कर सीधे पिक-अप पॉइंट तक पहुंच सकते हैं, जहां से उनकी यात्रा शुरू हो जाएगी।
एयरपोर्ट से एनसीआर तक होगा सीधा कनेक्शन
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने जानकारी दी कि “हमारी यह साझेदारी यात्रियों को एक तकनीक-आधारित, सुगम और सुलभ यातायात समाधान उपलब्ध कराने में मदद करेगी। हम चाहते हैं कि हर यात्री को एयरपोर्ट के भीतर और बाहर दोनों ओर एक सहज अनुभव मिले।”
नोएडा एयरपोर्ट को दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों से सीधे जोड़ने के लिए कई मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट विकल्पों पर काम चल रहा है। मेट्रो, एक्सप्रेसवे और अब ऐप-बेस्ड कैब सेवाओं के माध्यम से एयरपोर्ट एक स्मार्ट ट्रैवल हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। रैपिडो के साथ साझेदारी इसी दिशा में एक मजबूत कदम है।
तेजी से पूर्णता की ओर बढ़ रहा है एयरपोर्ट का निर्माण कार्य
गौतम बुद्ध नगर जिले के जेवर क्षेत्र में बन रहा यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, एयरपोर्ट का 80% से अधिक निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्यों को युद्ध स्तर पर पूरा किया जा रहा है।
ऐसी संभावना है कि नवंबर 2025 तक यह एयरपोर्ट आंशिक रूप से संचालन में आ जाएगा। करीब 3296 एकड़ भूमि पर फैले इस एयरपोर्ट को देश के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में देखा जा रहा है।
किन यात्रियों को मिलेगा सबसे अधिक लाभ?
नोएडा एयरपोर्ट के चालू होने से सबसे बड़ा लाभ नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत, मेरठ जैसे जिलों के लोगों को मिलेगा। इसके अलावा दक्षिणी दिल्ली और फरीदाबाद जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिक भी अब IGI एयरपोर्ट की बजाय जेवर एयरपोर्ट का उपयोग कर सकेंगे, जिससे यात्रा का समय और खर्च दोनों में बचत होगी।
रैपिडो जैसी सेवा के माध्यम से यात्रियों को अब अपने घर, ऑफिस या होटल तक पहुंचने के लिए कोई अतिरिक्त टैक्सी ढूंढने की आवश्यकता नहीं होगी। ऐप के माध्यम से कैब बुक करें, टर्मिनल से बाहर निकलें और रैपिडो पिक-अप पॉइंट से सीधे अपनी यात्रा शुरू करें।