नोएडा एसटीएफ ने पांच साल से फरार इनामी अपराधी शशांक बजाज को लुधियाना से गिरफ्तार किया। आरोपी पर 2015 की हत्या का मामला था और इस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
नोएडा: यूपी STF ने पीलीभीत निवासी शशांक बजाज नामक इनामी अपराधी को लुधियाना से गिरफ्तार किया है। शशांक 2015 में हत्या के एक मामले में वांछित था और 2020 में पुलिस हिरासत से भाग गया था। आरोपी पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।
एसटीएफ की टीम ने मुखबिर की सूचना पर शशांक को थाना साहनेवाल पुलिस की मदद से दबोचा। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ जारी है और उसे नोएडा लाया गया है।
शशांक बजाज 5 साल से फरार
शशांक बजाज, ग्राम जोगीपुर, पीलीभीत का निवासी, वर्ष 2015 में एक हत्या के मामले में वांछित था। वर्ष 2020 में पुलिस हिरासत से फरार होने के बाद वह लगातार अलग-अलग जगहों पर छिपकर रहा। आरोपी के खिलाफ 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। एसटीएफ को सूचना मिली कि शशांक फिर से सक्रिय हो सकता है, जिसके बाद विशेष टीम गठित कर आरोपी की तलाश शुरू की गई।
एसटीएफ टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर पंजाब के लुधियाना के साहनेवाल एवं डेवाल रोड पर घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुए।
पारिवारिक और रुपये के लेन-देन बना विवाद का कारण
गिरफ्तार आरोपी शशांक बजाज ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2015 में पारिवारिक विवाद और रुपये के लेन-देन को लेकर बदायूं के निवासी सुभाष चन्द्र शर्मा के साथ उसकी रंजिश थी। आरोपी के पिता ने लगभग 6 लाख रुपये मूल्य का मेंथा सुभाष चंद्र शर्मा के बेटे दीपू की दुकान पर रखा था। रेट बढ़ने के बाद पैसे मांगने पर विवाद बढ़ गया।
शशांक ने अपने परिजनों के साथ मिलकर 1 मई 2015 को सुभाष चन्द्र शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शशांक और उसके पिता देहरादून भाग गए थे, जहां पुलिस मुठभेड़ में उन्हें गिरफ्तार किया गया और जेल भेजा गया। वर्ष 2019 में शशांक को बदायूं से पीलीभीत जेल स्थानांतरित किया गया।
यूपी STF ने आरोपी को किया गिरफ्तार
नोएडा एसटीएफ यूनिट के एएसपी राजकुमार मिश्रा और डीएसपी नवेन्दु कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने आरोपी को दबोचने में सफलता पाई। एएसपी ने बताया कि टीम को इनामी अपराधियों के सक्रिय होने की जानकारी मिली थी और उसी आधार पर विशेष अभियान चलाया गया। गिरफ्तार अपराधी के खिलाफ बदायूं, पीलीभीत और देहरादून में कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
एसटीएफ के इस अभियान से यह संदेश भी गया है कि लंबे समय से फरार अपराधियों को भी कोई जगह सुरक्षित नहीं है और कानून की पकड़ हमेशा उनके पीछे रहती है।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ जारी
गिरफ्तार आरोपी की उम्र लगभग 34 साल बताई गई है। पुलिस फिलहाल उसकी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ कर रही है और सभी मामलों में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एसटीएफ ने कहा कि आरोपी के अन्य अपराधों की जांच भी की जा रही है और जल्द ही सभी मामलों में न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
पुलिस अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी वांछित अपराधी की जानकारी मिले तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें, ताकि अपराधियों को जल्द पकड़कर कानूनी कार्रवाई की जा सके।