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NSA डोभाल ने चीन को दिया संकेत, कहा- युद्ध नहीं समाधान चाहिए

NSA अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच फोन पर बातचीत हुई। वांग ने भारत-पाकिस्तान से युद्धविराम के लिए बातचीत का समर्थन किया, जबकि डोभाल ने कहा, युद्ध भारत का विकल्प नहीं है।

India Pakistan Conflict: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच 11 मई को महत्वपूर्ण फोन वार्ता हुई। इस वार्ता में दोनों नेताओं ने भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी युद्धविराम और बातचीत के माध्यम से मतभेदों को हल करने की दिशा में एक मजबूत संदेश दिया। आइए जानते हैं कि इस वार्ता में क्या महत्वपूर्ण बातें सामने आईं और दोनों देशों के लिए इसका क्या महत्व है।

भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का समर्थन

वार्ता के दौरान, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि चीन भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के माध्यम से एक स्थायी युद्धविराम के समर्थन में है, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा और वैश्विक शांति को बढ़ावा देगा।

वांग ने यह भी कहा कि एशिया की शांति और स्थिरता को बनाए रखना महत्वपूर्ण है, और युद्ध से बचने के लिए दोनों देशों को संयम और बातचीत से अपने विवादों को सुलझाना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की, जिसमें भारतीय सुरक्षा बलों को भारी क्षति हुई थी।

डोभाल का स्पष्ट संदेश: युद्ध भारत का विकल्प नहीं

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इस वार्ता में एक स्पष्ट और मजबूत संदेश दिया। उन्होंने कहा कि युद्ध भारत का विकल्प नहीं है, लेकिन भारतीय सेना को आतंकवाद विरोधी कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बावजूद, भारत हमेशा शांति और संवाद के पक्ष में है, लेकिन अगर आतंकवाद का सामना करना पड़े तो भारत कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

डोभाल ने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय सेना ने पहलगाम हमले के जवाब में जो कार्रवाई की, वह पूरी तरह से आतंकवाद के खिलाफ थी और इसे सही ठहराया। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसके बाद तनाव और बढ़ गया था। इसके बावजूद, डोभाल ने इस वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच बातचीत और शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर बल दिया।

चीन की भूमिका और कूटनीतिक प्रयास

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने यह भी कहा कि चीन भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के साथ मिलकर एक स्थायी समाधान की ओर काम करेगा। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि चीन इस क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए हर संभव कूटनीतिक प्रयास करेगा। वांग ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ चीन का संबंध मजबूत है, लेकिन वह भारत के साथ भी शांतिपूर्ण संबंधों का पक्षधर है।

इसके अलावा, वांग ने इस बातचीत में भारत-पाकिस्तान के तनाव के बावजूद, एशिया के लिए शांति और स्थिरता को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना कि दोनों देश अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं, वैश्विक समुदाय की प्राथमिकता होनी चाहिए।

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