पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख असीम मुनीर पर लोकतंत्र खत्म कर तानाशाही थोपने का आरोप लगाया। इमरान ने कहा, वह किसी भी दबाव में नहीं झुकेंगे और सच्ची आजादी के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता इमरान खान ने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर सीधे-सीधे गंभीर आरोप लगाए हैं। इमरान खान का कहना है कि असीम मुनीर सत्ता के भूखे हैं और देश में लोकतंत्र को कुचलकर तानाशाही थोपने की कोशिश कर रहे हैं।
इमरान खान का सीधा संदेश: “मैं नहीं झुकूंगा”
जेल में बंद इमरान खान ने सोशल मीडिया के जरिए असीम मुनीर को सीधा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि चाहे उन पर कितना भी दबाव बनाया जाए, उनके परिवारजनों को जेल में डाला जाए, लेकिन वह कभी झुकेंगे नहीं। इमरान खान ने साफ कहा कि वह हर हाल में पाकिस्तान में सच्ची आजादी के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
लोकतंत्र कुचलने का आरोप
करीब दो साल से जेल में बंद इमरान खान का आरोप है कि असीम मुनीर ने पाकिस्तान में लोकतंत्र की जड़ों को हिला दिया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था के नहीं बल्कि एक व्यक्ति की तानाशाही की पहचान हैं। इमरान खान का कहना है कि जनरल मुनीर नैतिकता और इस्लामी मूल्यों को भी नजरअंदाज कर रहे हैं।
9 मई की हिंसा पर असीम मुनीर को जिम्मेदार ठहराया
9 मई 2023 को पाकिस्तान में हुई हिंसा को लेकर भी इमरान खान ने असीम मुनीर पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि यह पूरा घटनाक्रम मुनीर की साजिश थी। उन्होंने आरोप लगाया कि 9 मई की घटना की योजना मुनीर ने खुद बनाई और बाद में CCTV फुटेज भी गायब करवा दिए। अब वह उसी घटना को अपनी ‘बीमा पॉलिसी’ की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि सरकार पर नियंत्रण बनाए रख सकें।
तानाशाही का आरोप और अमेरिकी निमंत्रण पर कटाक्ष
इमरान खान ने यह भी कहा कि मौजूदा हालात में पाकिस्तान में सारी ताकत एक ही व्यक्ति के हाथ में है। उन्होंने कटाक्ष किया कि यही वजह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को नहीं बल्कि असीम मुनीर को निमंत्रित किया। इमरान का कहना है कि पाकिस्तान में लोकतांत्रिक संस्थाओं की कोई भूमिका नहीं बची है।
जेल में इमरान खान के हालात
इमरान खान ने जेल में अपने हालात का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उन्हें पिछले तीन महीनों में केवल तीन बार ही मुलाकात की अनुमति मिली। वकीलों और परिवार से भी मिलने नहीं दिया जाता। उनका कहना है कि यह सब मानसिक दबाव बनाने की कोशिश है।
परिवार पर भी दबाव डालने का आरोप
इमरान खान ने बताया कि उनके राजनीति से असंबंधित रिश्तेदारों का भी अपहरण किया गया ताकि उन पर और अधिक दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी बुशरा बेगम को भी पिछले आठ महीनों से एकांत कारावास में रखा गया है और उन पर इमरान से अलग होने का दबाव डाला जा रहा है। इमरान ने कहा कि तमाम मुश्किलों के बावजूद बुशरा उनके साथ मजबूती से खड़ी हैं।