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Patna: बिहार में फिर भड़का अभ्यर्थियों का गुस्सा, STET और BTET परीक्षा की मांग पर पटना जाम

Patna: बिहार में फिर भड़का अभ्यर्थियों का गुस्सा, STET और BTET परीक्षा की मांग पर पटना जाम

पटना में STET, BTET और लाइब्रेरियन परीक्षा की तिथि घोषित करने की मांग को लेकर हजारों अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने डाक बंगला चौराहा जाम कर दिया, जिससे यातायात बाधित हुआ और पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की।

Patna: पटना में STET, BTET और लाइब्रेरियन परीक्षा की तिथि घोषित करने को लेकर अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। पटना कॉलेज से निकले हजारों छात्रों ने डाक बंगला चौराहा तक मार्च किया और रोड जाम कर दिया। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन हालात तनावपूर्ण बने रहे।

पटना में अभ्यर्थियों का गुस्सा फूटा

बिहार में एक बार फिर से STET, BTET और लाइब्रेरियन परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों का गुस्सा सड़कों पर दिखाई दिया। हजारों छात्रों ने पटना कॉलेज से जुलूस निकाला और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जेपी गोलंबर गांधी मैदान तक पहुंचे। यहां पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन अभ्यर्थी आगे बढ़ते रहे। इसके बाद वे डाक बंगला चौराहा पहुंचे और सड़क पर पूरी तरह से जाम लगा दिया।

महीनों से परीक्षा की तारीख का इंतजार

अभ्यर्थियों का कहना है कि वे लंबे समय से STET परीक्षा की तिथि घोषित होने का इंतजार कर रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकार कई बार भरोसा देती है लेकिन हर बार परीक्षा को आगे बढ़ा देती है। छात्रों का कहना है कि TRE-4 परीक्षा से पहले STET आयोजित न करना उनके साथ सीधा धोखा है। यही कारण है कि वे मजबूर होकर सड़कों पर उतरने को बाध्य हुए।

डाक बंगला चौराहा बना आंदोलन का केंद्र

प्रदर्शनकारी जेपी गोलंबर से निकलकर डाक बंगला चौराहा पहुंचे और वहां सड़क पर बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी। धीरे-धीरे यह इलाका पूरी तरह जाम हो गया और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। राजधानी के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक होने के कारण आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

मुख्यमंत्री से मिलने की जिद

प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर ही अपनी बात रखेंगे। छात्रों की मांग है कि सरकार तुरंत परीक्षा की तिथि घोषित करे और भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बरते। कई छात्रों ने कहा कि उनकी उम्र निकल रही है और बार-बार परीक्षा टलने से उनका भविष्य अंधकार में जा रहा है।

पुलिस की सख्त तैयारी

प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पहले से अलर्ट थे। डाक बंगला चौराहा और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस ने अभ्यर्थियों को आगे बढ़ने से रोक दिया और उन्हें समझाने की कोशिश की। हालांकि, छात्रों ने जिद छोड़ने से इनकार कर दिया।

पिछली बार भी भड़की थी स्थिति

यह पहली बार नहीं है जब अभ्यर्थियों ने इस तरह का विरोध प्रदर्शन किया है। पिछली बार जब छात्र मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने लगे थे तो पुलिस ने उन्हें जेपी गोलंबर पर रोक दिया था। उस दौरान बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश के बाद हालात बिगड़े और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। इस बार प्रशासन पूरी तरह सतर्क है ताकि वैसी स्थिति दोबारा न बने।

सरकार की चुप्पी पर सवाल

अभ्यर्थियों का सबसे बड़ा आरोप है कि सरकार ने अब तक परीक्षा को लेकर कोई स्पष्ट स्थिति नहीं बताई है। वे कहते हैं कि बार-बार घोषणाएं तो होती हैं, लेकिन न तो परीक्षा की तिथि तय होती है और न ही भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ती है। छात्रों का कहना है कि यह उनके धैर्य की परीक्षा लेने जैसा है।

शिक्षा व्यवस्था पर सवाल

STET और BTET जैसी परीक्षाएं बिहार के हजारों युवाओं के भविष्य से जुड़ी हुई हैं। ये परीक्षाएं सिर्फ नौकरियों के लिए नहीं बल्कि शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता तय करने के लिए भी जरूरी हैं। अभ्यर्थियों का मानना है कि परीक्षा टलने से न केवल उनका करियर प्रभावित हो रहा है बल्कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है।

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