फरीदाबाद में सेक्टर 85 में CNG कार में गैस रिसाव से आग लगने से कैब चालक अजय की जलकर मौत हो गई। पुलिस और दमकल ने घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन चालक को बचाया नहीं जा सका।
फरीदाबाद: सेक्टर 85 इलाके में रविवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जिसमें एक CNG कार में आग लगने से कैब चालक की जिंदा जलकर मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, हादसा सीएनजी सिलेंडर में रिसाव के कारण हुआ। मृतक की पहचान अजय के रूप में हुई है, जो पुरानी भूपानी इलाके के निवासी थे। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और राहगीरों तथा स्थानीय लोगों में डर का माहौल बन गया।
स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग को तुरंत घटना की सूचना दी गई। हालांकि दमकल टीम के मौके पर पहुंचने से पहले ही चालक पूरी तरह जल चुका था। पुलिस ने बताया कि हादसे की जांच जारी है और वाहन मालिक या संबंधित तकनीकी दोषों की जिम्मेदारी स्पष्ट करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कार में आग चालक की मौत
जानकारी के अनुसार, अजय रविवार को सेक्टर 85 आए थे और यात्री बुकिंग के लिए अपनी कार मास्टर रोड के पास खड़ी कर आराम कर रहे थे। थोड़ी देर बाद उन्होंने सीएनजी गैस की गंध महसूस की। इसी दौरान अजय ने अपनी कार स्टार्ट करने की कोशिश की, तभी अचानक कार में आग लग गई।
आग लगते ही कार के दरवाजे लॉक हो गए, जिससे अजय कार के अंदर फंस गए। पास खड़े लोग आग की वजह से वाहन के पास जाने में असमर्थ रहे। उनके द्वारा तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी गई। दमकल की गाड़ियों के पहुंचने से पहले ही अजय की मौत हो गई। पुलिस ने बाद में कार का दरवाजा तोड़कर उनका शव बाहर निकाला।
कार हादसे पर पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया
बीपीटीपी थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण सीएनजी रिसाव माना जा रहा है। पुलिस और दमकल विभाग दोनों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। वहीं, पुलिस हादसे की पूरी तकनीकी और कानूनी जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि आगे की जांच में यह पता लगाया जाएगा कि कार का सिलेंडर नियमित रूप से जांचा गया था या नहीं और क्या वाहन में किसी प्रकार की तकनीकी लापरवाही थी। इसके अलावा हादसे के लिए किसी व्यक्ति की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
CNG वाहनों में सुरक्षा की आवश्यकता
यह हादसा स्पष्ट करता है कि CNG वाहनों की सुरक्षा और समय-समय पर तकनीकी निरीक्षण कितनी महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों का कहना है कि पुराने या लीक वाले सीएनजी सिलेंडर गंभीर हादसों का कारण बन सकते हैं।
सुरक्षा उपायों में नियमित लीकेज टेस्ट, कार के इलेक्ट्रिकल सिस्टम की जांच और फायर सेफ्टी उपकरण जैसे फायर एक्सटिंग्विशर कार में रखना शामिल है। इसके अलावा, वाहन चालकों को भी गैस रिसाव या अन्य आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने की ट्रेनिंग होनी चाहिए।