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पंजाब में सियासी घमासान, मजीठिया के आवास पर विजिलेंस की दबिश

पंजाब में सियासी घमासान, मजीठिया के आवास पर विजिलेंस की दबिश

बिक्रम मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास पर विजिलेंस ने छापा मारा है। उन्हें नजरबंद कर दिया गया है। मजीठिया ने आरोप लगाया कि सरकार उन्हें झूठे केस में फंसाकर आवाज़ दबाना चाहती है।

Punjab News: शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास पर विजिलेंस ब्यूरो ने छापा मारा है। कार्रवाई के दौरान मजीठिया को नजरबंद कर दिया गया है। उन्होंने इस छापेमारी को राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा है।

विजिलेंस की छापेमारी से मचा सियासी हलचल

बुधवार सुबह पंजाब की राजनीति में हलचल उस वक्त तेज़ हो गई जब विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर स्थित घर पर छापा मारा। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई एक जांच के तहत की गई है, जिसमें मजीठिया की भूमिका की जांच की जा रही है।

विजिलेंस की टीम के साथ अमृतसर पुलिस के जवान भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि पुलिस की 20 से अधिक गाड़ियां मजीठिया के घर के आसपास की गलियों में तैनात की गई थीं। पूरे इलाके को घेर लिया गया और किसी को भी मजीठिया के घर के पास जाने की इजाजत नहीं दी गई।

नजरबंद किए गए मजीठिया, आवाज़ दबाने का आरोप

छापेमारी के बाद बिक्रम सिंह मजीठिया को नजरबंद कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार राजनीतिक बदले की भावना से उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। मजीठिया ने दावा किया कि पहले ड्रग्स केस में जब सरकार को उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला, तो अब नया झूठा मामला गढ़ा जा रहा है।

सोशल मीडिया पर भगवंत मान सरकार पर साधा निशाना

बिक्रम मजीठिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा,"आज विजिलेंस एसएसपी के नेतृत्व में मेरे आवास पर छापा मारा गया। भगवंत मान जी, चाहे जितने भी कागज़ दे दीजिए, मैं न तो डरूंगा और न ही चुप रहूंगा। मेरी आवाज़ आप दबा नहीं सकते। मैं हमेशा पंजाब के मुद्दों पर बोलता रहा हूं और आगे भी बोलता रहूंगा।"

क्या है पुराना मामला

गौरतलब है कि बिक्रम मजीठिया को पहले भी ड्रग्स से जुड़े एक मामले में आरोपी बनाया गया था। हालांकि उस केस में पर्याप्त सबूत नहीं मिलने पर उन्हें राहत मिल गई थी। अब जब फिर से उनके खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई शुरू हुई है, तो इसे राजनीतिक प्रतिशोध से जोड़कर देखा जा रहा है।

शिरोमणि अकाली दल और मजीठिया के समर्थकों का मानना है कि भगवंत मान सरकार अपने विरोधियों को डराने के लिए ऐसे कदम उठा रही है। वहीं सरकार की ओर से अभी तक इस कार्रवाई को लेकर कोई औपचारिक बयान नहीं आया है।

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