चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव के साथ ही पंजाब की तरनतारन विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान कर दिया है। तरनतारन में मतदान 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
Punjab Election: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के साथ पंजाब की तरनतारन विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है। इस सीट पर मतदान 11 नवंबर, 2025 को होगा और मतों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। चुनाव आयोग ने सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी। तरनतारन उपचुनाव को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, जिससे चुनावी तैयारी तेज हो गई है।
तरनतारन सीट का विवरण
तरनतारन विधानसभा सीट उस समय खाली हुई थी जब 27 जून, 2025 को हलके के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल का निधन हो गया था। अब इस सीट पर उपचुनाव आयोजित किया जा रहा है। तरनतारन में कुल 1,95,098 मतदाता हैं, जिनमें 1,01,494 पुरुष और 92,240 महिला वोटर शामिल हैं। इसके अलावा आठ थर्ड जैंडर मतदाता भी मतदान में हिस्सा ले सकेंगे। मतदान के लिए पूरे हलके में कुल 222 बूथ स्थापित किए गए हैं और सभी बूथों पर वेब कास्टिंग के माध्यम से मतदान प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी।
प्रमुख पार्टियों ने घोषित किए उम्मीदवार
उपचुनाव के लिए सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने 19 जुलाई को सुखविंदर कौर रंधावा को अपना उम्मीदवार घोषित किया। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 14 अगस्त को हरजीत सिंह संधू को पार्टी प्रत्याशी बनाया। आम आदमी पार्टी (AAP) ने 3 अक्टूबर को पूर्व सीपीएस हरमीत सिंह संधू को अपना उम्मीदवार घोषित किया। यह घोषणा मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वयं की। कांग्रेस पार्टी ने 4 अक्टूबर को करनबीर सिंह बुर्ज को अपना उम्मीदवार घोषित किया।
अकाली दल (वारिस पंजाब दे) और पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की अगुवाई वाले अकाली दल ने अभी तक अपने प्रत्याशी का निर्णय नहीं लिया है। ऐसे में इनके चुनाव में शामिल होने की संभावना चुनावी माहौल को और रोचक बना रही है।
तरनतारन उपचुनाव का राजनीतिक महत्व
यह उपचुनाव पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान नौवां उपचुनाव है। इससे पहले 2022 में जब भगवंत मान मुख्यमंत्री बने थे, तब संगरुर सीट पर उपचुनाव हुआ था। उस चुनाव में आप को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद जालंधर में सांसद चौधरी संतोख सिंह के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी।
AAP ने पिछले वर्षों में कई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव जीतकर अपनी पकड़ मजबूत की है। जालंधर वेस्ट विधानसभा चुनाव में आप के मोहिंदर भगत, डेरा बाबा नानक से गुरदीप सिंह रंधावा, चब्बेवाल से डॉ. इशांक चब्बेवाल, गिद्दड़बाहा से डिंपी ढिल्लों, बरनाला से हरिंदर सिंह धारीवाल और लुधियाना वेस्ट से संजीव अरोड़ा ने जीत हासिल की। अब आप ने पूर्व सीपीएस हरमीत सिंह संधू पर दांव खेला है, जिससे पार्टी की जीत की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
उपचुनाव के लिए तैयारियां
चुनाव आयोग ने सभी बूथों पर सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियों को सुनिश्चित किया है। मतदान प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष कराने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। सभी बूथों पर वेब कास्टिंग की सुविधा होने से मतदाता और प्रशासन दोनों ही पूरी प्रक्रिया पर नजर रख सकेंगे।
राजनीतिक दलों ने भी अपने चुनाव अभियानों की तैयारियों को तेज कर दिया है। सभी उम्मीदवार जनता से सीधे संपर्क बनाने और मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने के लिए विभिन्न रैलियों और जनसभाओं का आयोजन कर रहे हैं।