पूर्णिया जिले में वंदे भारत एक्सप्रेस की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हुए। सभी पीड़ित दशहरा मेला देखने के बाद लौट रहे थे। घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश भड़का दिया।
पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया जिले में शुक्रवार की सुबह एक दुखद रेल हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। कटिहार-जोगबनी रेलखंड के कसबा जबनपुर इलाके में वंदे भारत एक्सप्रेस की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को तुरंत इलाज के लिए पूर्णिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मृतक सभी लोग दशहरा मेला देखने के बाद अपने घर लौट रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया।
हादसे के बाद पुलिस और लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने बताया कि ट्रेन की तेज रफ्तार और रेलवे सुरक्षा के कमज़ोर इंतजाम इस हादसे का मुख्य कारण प्रतीत हो रहे हैं। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए, जो मृतकों के प्रति शोक व्यक्त कर रहे थे और प्रशासन से सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे थे।
पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही घटनास्थल का मुआयना किया और यातायात को नियंत्रित किया। रेलवे सुरक्षा बल ने भी आसपास के रेलवे मार्गों पर सतर्कता बढ़ा दी। स्थानीय प्रशासन ने इस हादसे को गंभीरता से लिया और आगामी जांच और सुरक्षा समीक्षा का आदेश दिया।
तीन दिन में दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस दुर्घटना
यह हादसा केवल तीन दिन के भीतर वंदे भारत ट्रेन से कटने की दूसरी घटना है। इससे पहले 30 सितंबर को सहरसा के हटियागाछी रेलवे ढाला के पास इसी ट्रेन की चपेट में आने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी।
इससे यात्रियों और स्थानीय लोगों में भारी चिंता और गुस्सा है। लोग मांग कर रहे हैं कि रेलवे सुरक्षा के उपाय और संकेतक सख्त किए जाएँ, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे रोके जा सकें।
वंदे भारत ट्रेन का परिचय और समय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जोगबनी से दानापुर के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। यह ट्रेन 17 सितंबर से नियमित रूप से चल रही है और सीमांचल क्षेत्र को राजधानी पटना से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत है।
ट्रेन जोगबनी से तड़के 3:25 बजे चलकर पूर्णिया 4:50 बजे पहुंचती है, और फिर सहरसा, खगड़िया, समस्तीपुर होते हुए सुबह 11:30 बजे पटना के दानापुर स्टेशन पर पहुंचती है।