Columbus

पुतिन ने अमेरिका को चेताया, कहा- यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें देने से युद्धक्षेत्र नहीं बदलेगा

पुतिन ने अमेरिका को चेताया, कहा- यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें देने से युद्धक्षेत्र नहीं बदलेगा

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिका को चेताया कि यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें देने से युद्धक्षेत्र में कोई बदलाव नहीं होगा। पुतिन ने रूस की सैन्य ताकत, भारत की रणनीतिक स्वतंत्रता और वैश्विक संबंधों पर जोर दिया।

मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें (long-range missiles) उपलब्ध कराने से युद्धक्षेत्र (war zone) की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आएगा। पुतिन ने कहा कि इससे रूस और अमेरिका के बीच संबंध (relations) गंभीर रूप से प्रभावित होंगे, लेकिन रूसी सेना लगातार अपनी स्थिति में बढ़त बना रही है।

सोची के काला सागर रिसॉर्ट (Black Sea Resort) में विदेश नीति के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के मंच पर पुतिन ने कहा कि कीव को अमेरिकी टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलों (Tomahawk cruise missiles) की संभावित आपूर्ति ‘‘नए स्तर के टकराव (new level of confrontation)’’ का संकेत होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भले ही ये मिसाइलें रूस को नुकसान पहुंचा सकती हैं, लेकिन रूसी हवाई रक्षा प्रणाली (air defense system) नए खतरे का जल्द ही मुकाबला कर लेगी।

पुतिन ने जोर दिया कि यह युद्धक्षेत्र में शक्ति संतुलन (balance of power) को बदलने वाली घटना नहीं है। उनके अनुसार, रूसी सेना धीरे-धीरे और लगातार यूक्रेन के खिलाफ बढ़त बना रही है।

‘कागजी शेर’ कहे जाने पर पुतिन का जवाब

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस को ‘‘कागजी शेर’’ (paper tiger) कहे जाने के सवाल पर पुतिन ने कहा कि रूस का सामना केवल यूक्रेन से नहीं, बल्कि पूरे नाटो गठबंधन (NATO alliance) से है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि अलास्का में ट्रंप के साथ हुई शिखर बैठक (summit meeting) ने यूक्रेनी संकट (Ukraine crisis) के संभावित समाधान के रास्ते तलाशने में मदद की। पुतिन ने परमाणु संधि (nuclear treaty) के विस्तार का प्रस्ताव दोहराया और कहा कि यह कदम दोनों देशों के लिए लाभकारी होगा।

अमेरिकी टैरिफ पर पुतिन की तीखी प्रतिक्रिया

पुतिन ने अमेरिकी टैरिफ (tariff) नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों पर उच्च टैरिफ (high tariff) वैश्विक कीमतों (global prices) में वृद्धि करेंगे। इसके कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) को ब्याज दरें ऊंची रखने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिससे अमेरिकी आर्थिक विकास (economic growth) धीमा हो जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत और चीन जैसे देश खुद का सम्मान (sovereignty) रखते हैं और अमेरिकी दबाव के बावजूद अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करेंगे। पुतिन ने जोर देकर कहा कि भारत कभी खुद को अपमानित (humiliated) होने नहीं देगा।

पुतिन ने की भारतीय नीतियों की सराहना

रूसी राष्ट्रपति ने सीधे तौर पर भारत को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कभी बाहरी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘भारत खुद को कभी अपमानित नहीं होने देगा।’’ पुतिन ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की रणनीतिक स्वतंत्रता (strategic autonomy) और संप्रभुता (sovereignty) का सम्मान किया जाना चाहिए।

पुतिन ने कहा कि भारत और रूस के बीच ‘‘विशेष’’ संबंध हैं और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी (strategic partnership) मजबूत बनी रहेगी। उन्होंने भारत की वैश्विक मंच पर सक्रिय भूमिका और अपनी सुरक्षा नीतियों में संतुलित दृष्टिकोण की प्रशंसा की।

रूस की सैन्य स्थिति

पुतिन ने बताया कि रूस की सेना धीरे-धीरे युद्धक्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर रही है। उन्होंने कहा कि रूस केवल यूक्रेन से नहीं, बल्कि पूरे नाटो गठबंधन से मुकाबला कर रहा है। पुतिन ने रूसी हवाई और मिसाइल रक्षा क्षमताओं (air and missile defense capabilities) पर भरोसा जताया और कहा कि अमेरिकी टॉमहॉक मिसाइलें आने से भी युद्धक्षेत्र में शक्ति संतुलन प्रभावित नहीं होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि रूस पश्चिमी प्रतिबंधों (Western sanctions) के बावजूद सकारात्मक आर्थिक विकास (economic growth) को बनाए रखने का लक्ष्य रखता है। पुतिन के अनुसार, रूस की आर्थिक और सैन्य तैयारी युद्ध को लंबे समय तक जारी रखने के लिए पर्याप्त है।

Leave a comment