प्रेमानंद महाराज की लंबे समय से बंद पदयात्रा के बाद 12 अक्टूबर को उन्होंने मिनी पदयात्रा निकालकर भक्तों को दर्शन दिए। आश्रम से परिक्रमा मार्ग तक उनके दर्शन ने भक्तों में उत्साह और श्रद्धा बढ़ाई, राधा रानी के जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहा।
Premanand Maharaj Darshan: प्रेमानंद महाराज ने 12 अक्टूबर, रविवार को वृंदावन स्थित अपने आश्रम श्री हित राधा केली कुंज से बाहर आकर भक्तों को दर्शन दिए। लंबे समय से स्वास्थ्य कारणों से बंद उनकी पदयात्रा के बाद यह मिनी पदयात्रा भक्तों के लिए खुशी का अवसर बनी। आश्रम और परिक्रमा मार्ग पर भक्तों ने राधा रानी के जयकारे लगाए। यह आयोजन श्रद्धालुओं के भीतर उत्साह और श्रद्धा बढ़ाने वाला साबित हुआ, साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि भविष्य में नियमित पदयात्रा फिर शुरू होगी।
स्वास्थ्य सुधार के बीच हुए दर्शन
प्रेमानंद महाराज की नियमित पदयात्रा बंद होने के कारण उनके भक्त लंबे समय से उनके दर्शन के इंतजार में थे। इस कारण रात्रि और प्रातःकाल में आश्रम के बाहर बड़ी संख्या में भक्त इकट्ठा होते थे। आज की मिनी पदयात्रा के दौरान महाराज ने अपने आश्रम के बाहर आने के बाद परिक्रमा मार्ग तक कदम बढ़ाए और भक्तों को लंबे समय बाद पदयात्रा का अनुभव कराया।
भक्तों की खुशी और उत्साह
जैसे ही प्रेमानंद महाराज अपने आश्रम से बाहर निकले, भक्तों ने राधा रानी के जयकारे लगाना शुरू कर दिए। आश्रम और परिक्रमा मार्ग राधा रानी के जयकारों से गूंज उठा। इस छोटा सा आयोजन भक्तों के लिए एक बड़ी खुशखबरी साबित हुआ, क्योंकि लंबे समय से उन्हें महाराज के दर्शन का अनुभव नहीं मिल रहा था।
मिनी पदयात्रा का महत्व
महाराज ने अपने आश्रम के चारों तरफ परिक्रमा लगाते हुए भक्तों को दर्शन दिए। हालांकि पदयात्रा पूरी तरह से शुरू नहीं हुई है, लेकिन आज की यह मिनी पदयात्रा भक्तों को उम्मीद और खुशी देने वाली साबित हुई। भक्तों का मानना है कि जल्द ही प्रेमानंद महाराज अपनी नियमित पदयात्रा फिर से प्रारंभ करेंगे और उन्हें दैनिक दर्शन का आनंद मिलेगा।
भविष्य की उम्मीदें और श्रद्धालुओं का उत्साह
भक्तों का कहना है कि आज की मिनी पदयात्रा ने उनके भीतर श्रद्धा और विश्वास को और बढ़ा दिया है। लंबे समय से दर्शन की कमी के कारण भक्त निराश थे, लेकिन आज की इस पहल ने उनके उत्साह को फिर से जगाया। आश्रम प्रबंधन ने भी बताया कि महाराज की स्वास्थ्य स्थिति सुधर रही है और जैसे ही उनका स्वास्थ्य पूरी तरह ठीक होगा, नियमित पदयात्रा फिर से शुरू की जाएगी।
प्रेमानंद महाराज की आज की मिनी पदयात्रा ने भक्तों को लंबे समय से प्रतीक्षित दर्शन का अवसर दिया। राधा रानी के जयकारों से गूंजे परिक्रमा मार्ग ने श्रद्धालुओं की खुशी दोगुनी कर दी। यह आयोजन भक्तों के लिए एक बड़ी राहत और उम्मीद का संकेत है कि जल्द ही उनकी नियमित पदयात्रा शुरू होगी और वे पुनः महाराज के दर्शन का पूर्ण अनुभव कर सकेंगे।