मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश में शुरू किए गए ऑपरेशन कालनेमि अभियान के तहत दून पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 32 बहुरुपियों को गिरफ्तार किया है।
उत्तराखंड: देहरादून पुलिस ने प्रदेश में धार्मिक आस्था के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी बाबाओं और बहुरुपियों के खिलाफ 'ऑपरेशन कालनेमि' के तहत अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। तीन दिनों में 82 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार कर पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तराखंड में अब धर्म के नाम पर ठगी करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।
देवभूमि में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चल रहे इस अभियान में रविवार को पुलिस ने 34 ढोंगी बाबाओं को पकड़ा, जिनमें से 23 आरोपी अन्य राज्यों के रहने वाले हैं। इन सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
धर्म की आड़ में ठगी करने वालों के खिलाफ अभियान
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि यह अभियान उन लोगों के खिलाफ है, जो साधु-संत का वेश धरकर आम लोगों को विशेषकर महिलाओं और युवाओं को भ्रमित करते हैं और व्यक्तिगत समस्याओं के समाधान का झांसा देकर ठगी करते हैं। ऐसे लोगों की पहचान कर पुलिस ने इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है।
'ऑपरेशन कालनेमि' का उद्देश्य धर्म और आस्था के नाम पर हो रही धोखाधड़ी और अंधविश्वास को समाप्त करना है। थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय फर्जी बाबाओं पर नजर रखें और उनकी गतिविधियों को तुरंत रोकें।
तीन दिन में गिरफ्तार किए गए 82 फर्जी बाबा
देहरादून पुलिस ने तीन दिन में अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 82 बहुरुपियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी का नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, राजस्थान, उड़ीसा और झारखंड जैसे राज्यों के निवासी शामिल हैं। इन फर्जी बाबाओं का मकसद सिर्फ लोगों को ठगना और आस्था के नाम पर फायदा उठाना था।
इनमें से कई आरोपित अलग-अलग रूप बदलकर ठगी करते थे। कभी ज्योतिष, कभी भूत-प्रेत उतारने के नाम पर, तो कभी पूजा-पाठ कराने के बहाने ये लोग भोले-भाले लोगों को जाल में फंसा रहे थे।
गिरफ्तार किए गए फर्जी बाबाओं की सूची
- राजेंद्र गिरी निवासी डबुआ कॉलोनी सी 207, फरीदाबाद, हरिणाया
- धीरज शर्मा निवासी थानेश्वर जिला कुरुक्षेत्र हरियाणा
- बलविंदर निवासी राजपुरा थाना सदर राजपुर जिला पटियाला पंजाब
- अनिश पांडेय निवासी गेट रंगोली जिला चित्रकुट, उत्तर प्रदेश
- राम भल्लर निवासी रनीयापुर, थाना खरगुपुर, जिला गोंडा, उत्तर प्रदेश
- राहुल जोशी निवासी काली देवी मंदिर निर्दगान झालु थाना हल्दौर बिजनौर
- बंटी निवासी ग्राम सराया थाना धामपुर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश
- रोशन निवासी बडी बाजार थाना निगोही जिला शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश
- रूपेश कुमार निवासी पुनिया जिला पुनिया, बिहार
- राजू बाबा निवासी सारी डेरा धनबाद थाना सिटी इलाहबाद उत्तर प्रदेश
- रघुपति निवासी खतौली थाना खतौली जिला मुजफ्फरनगर
- रामबाबू निवासी रतनपुरा वसंत थाना अवतारनगर जिला छपरा बिहार
- मलकीत निवासी जगाधरी हरियाणा
- बाबा निवासी जगाधरी हरियाणा
- मनीष निवासी झांझनपुर जनपद मुरादाबाद उत्तर प्रदेश
- दुर्वेश सिंह निवासी नजीबाबाद बिजनौर
- सुजीत शर्मा निवासी समयपुर नजीबाबाद बिजनौर उत्तर प्रदेश
- सचिन निवासी नंदगंज गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश
- विजय निवासी ग्राम पुरीदलखरिया थाना अमरोली जिला अमेठी, उत्तर प्रदेश
- अभिषेक निवासी डडवा माजरी फतेहपुर यमुनानगर हरियाणा
- देव गौड़ निवासी बाद बंबुआ जिला सुंदरगढ़ उड़ीसा
- राजकुमार उर्फ रामदास निवासी अंबाला शहर थाना जगादरी गेट पुराना अस्पताल जिला अंबाला हरियाणा
- राजू निवासी पुष्कर शहर जिला अजमेर, राजस्थान
- राजेंद्र नाथ निवासी लक्ष्मीपुर थाना सहसपुर
- शत्रु राम निवासी सहसपुर देहरादून
- गोजी निवासी इंदिरा आवास सपेरा बस्ती, रायपुर, देहरादून
- संगनाथ निवासी सपेरा बस्ती हरिपुर कला थाना रायवाला जनपद देहरादून
- बिट्टू निवासी कांवली छबीलबाग कोतवाली नगर देहरादून
- शिवनाथ निवासी सपेरा बस्ती हरिपुर कला रायवाला
- लालू नाथ निवासी सपेरा बस्ती हरिपुर कला रायवाला
- पप्पू प्रसाद निवासी सिंगल मंडी थाना कोतवाली नगर देहरादून
- टसनू निवासी कुसुम विहार सिंघल मंडी कोतवाली नगर
- धर्मनाथ निवासी भानियावाला, सपेरा बस्ती, कोतवाली डोईवाला
- विक्की निवासी ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार
कैसे करते थे ये फर्जी बाबा लोगों को गुमराह?
इन फर्जी बाबाओं का तरीका लगभग एक जैसा होता था। ये लोग गांव-गांव, शहर-शहर घूमा करते और धार्मिक वेशभूषा पहनकर लोगों को बहकाते। महिलाओं और युवाओं को टारगेट कर उनकी व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान करने, घर-परिवार के क्लेश दूर करने, तंत्र-मंत्र से बचाने और धन प्राप्ति के उपाय बताने के नाम पर मोटी रकम ऐंठते थे।
कुछ आरोपी तो खुद को तांत्रिक, ज्योतिषी और भविष्यवक्ता बताकर भोले-भाले लोगों से ठगी कर रहे थे। कई फर्जी बाबा महिलाओं से वशीकरण और संतान प्राप्ति के झूठे वादे कर मोटी रकम वसूलते थे।