बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि फूड्स लिमिटेड एक बड़े फैसले की दहलीज पर खड़ी है। कंपनी ने सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी है कि 17 जुलाई 2025 को होने वाली बोर्ड मीटिंग में बोनस शेयर के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। अगर बोर्ड इस पर मुहर लगाता है, तो यह कंपनी के इतिहास में पहली बार होगा जब वह अपने निवेशकों को बोनस शेयर देने जा रही होगी।
घोषणा के बाद शेयर में हलचल
बोनस शेयर की संभावना की खबर आते ही मंगलवार को निवेशकों का रुझान इस स्टॉक की तरफ बढ़ गया। दोपहर करीब 2:10 बजे तक पतंजलि फूड्स के शेयर 2.07 फीसदी चढ़कर 1710 रुपये तक पहुंच गए। इंट्रा-डे में स्टॉक ने 2.5 फीसदी तक की तेजी भी दिखाई, जो इस खबर की बाजार में मजबूत प्रतिक्रिया को दर्शाता है।
कब और कैसे बदला कंपनी का चेहरा
पतंजलि फूड्स को पहले लोग रुचि सोया के नाम से जानते थे। साल 2019 में यह कंपनी इनसॉल्वेंसी प्रक्रिया से गुजर रही थी, तभी पतंजलि आयुर्वेद ने इसे 4350 करोड़ रुपये में अधिग्रहित किया। इसके बाद से कंपनी ने तेजी से अपने वित्तीय ढांचे को मजबूत किया और नई पहचान बनाकर बाजार में लौटी।
2022 में कंपनी ने रुचि सोया के नाम से एक फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) लॉन्च किया था, जिसमें करीब 4300 करोड़ रुपये जुटाए गए। इस फंड का बड़ा हिस्सा पुराने कर्ज चुकाने में खर्च किया गया। FPO के बाद कंपनी ने अपना नाम बदलकर पतंजलि फूड्स रखा और 24 जून 2022 से यह नए नाम से स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड करने लगी।
बोनस शेयर के पीछे की रणनीति
एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि 17 जुलाई को निदेशक मंडल की बैठक में बोनस शेयर जारी करने का प्रस्ताव शामिल है। हालांकि यह प्रस्ताव अंतिम रूप से तभी लागू होगा जब शेयरधारकों की मंजूरी भी मिल जाएगी।
बोनस शेयर, आमतौर पर कंपनियां तब देती हैं जब वे अपने शेयरधारकों को अतिरिक्त लाभ देना चाहती हैं, लेकिन नकद डिविडेंड नहीं देना चाहतीं। यह शेयरों की संख्या बढ़ा देता है, जिससे स्टॉक की तरलता (liquidity) भी बेहतर होती है।
बाजार पूंजी और लिस्टिंग प्लेटफॉर्म
बीएसई पर पतंजलि फूड्स का मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 61,988 करोड़ रुपये के आसपास है। कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई दोनों पर लिस्टेड हैं और इसका फूड प्रॉसेसिंग से लेकर कंज्यूमर गुड्स तक का कारोबार देशभर में फैला हुआ है।
बोनस की उम्मीद से निवेशकों की उत्सुकता बढ़ी
बोनस शेयर प्रस्ताव को लेकर शेयर बाजार में पतंजलि फूड्स को लेकर खास हलचल है। निवेशकों को उम्मीद है कि यदि यह प्रस्ताव पारित होता है तो न केवल स्टॉक की लिक्विडिटी बढ़ेगी बल्कि लंबे समय तक होल्ड करने वालों के लिए भी यह एक बड़ा इनाम साबित हो सकता है।
कंपनी का विस्तार और भविष्य की योजनाएं
पतंजलि फूड्स के पोर्टफोलियो में खाद्य तेल, पैकेज्ड फूड, न्यूट्रिशन प्रोडक्ट्स और व्यक्तिगत देखभाल उत्पाद शामिल हैं। कंपनी तेजी से अपने वितरण नेटवर्क को भी बढ़ा रही है और भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों में अपना प्रभाव बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है।
अधिग्रहण से लेकर बोनस तक: सफर का नया मोड़
पतंजलि आयुर्वेद द्वारा अधिग्रहण के बाद रुचि सोया की किस्मत ही बदल गई। जहां पहले यह कंपनी दिवालिया होने की कगार पर थी, वहीं आज यह देश की टॉप FMCG कंपनियों में गिनी जाती है। अब अगर बोनस शेयर की घोषणा होती है, तो यह कंपनी के सफर में एक नया अध्याय जोड़ सकता है।
बोनस को लेकर 17 जुलाई की मीटिंग अहम
अब सबकी नजरें 17 जुलाई को होने वाली बोर्ड मीटिंग पर टिकी हैं। क्या वाकई बोनस शेयर का फैसला लिया जाएगा? क्या यह स्टॉक फिर से तेज़ी की रफ्तार पकड़ेगा? निवेशकों के मन में कई सवाल हैं, जिनका जवाब इसी बैठक से मिल सकता है।