राजस्थान की राजनीति में इन दिनों हलचलें तेज होती दिख रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात ने जहां चर्चाओं को नया मोड़ दिया है, वहीं मौजूदा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का अचानक दिल्ली दौरे पर जाना इन अटकलों को और हवा दे रहा है। राजनीतिक गलियारों में इन दोनों नेताओं की सक्रियता को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कोई इसे मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ रहा है तो कोई इसे संगठन में संभावित फेरबदल से। हालांकि इन बैठकों को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक चर्चाओं का दौर लगातार जारी है।
वसुंधरा राजे और पीएम मोदी की मुलाकात बनी चर्चा का केंद्र
संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वसुंधरा राजे के बीच करीब 20 मिनट की मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार, मुलाकात के बाद वसुंधरा राजे बेहद खुश नजर आईं। खास बात यह रही कि इस मुलाकात के बाद वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री मोदी की एक्स (पहले ट्विटर) पर डाली गई 12 पोस्ट को रीपोस्ट किया, जो कि सामान्य राजनीतिक व्यवहार से थोड़ा हटकर माना जा रहा है।
उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ भी बीते तीन दिनों से दिल्ली में ही मौजूद हैं। इससे यह अटकलें तेज हो गई हैं कि पार्टी के भीतर कुछ बड़े फैसलों पर विचार-विमर्श चल रहा है।
अचानक तय हुआ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का दौरा
वसुंधरा राजे और पीएम मोदी की मुलाकात के कुछ ही घंटों बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का दिल्ली दौरा तय हो गया। उन्होंने दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के संगठन महामंत्री सीआर पाटिल और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। ये सभी मुलाकातें उन्होंने सोशल मीडिया पर भी साझा कीं, जिससे यह दौरा सुर्खियों में आ गया।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह दौरा सामान्य शिष्टाचार भेंट भर नहीं हो सकता, बल्कि इसके पीछे कोई बड़ी रणनीति या संदेश छिपा हो सकता है।
राजस्थान को लेकर दिल्ली में अहम बैठक
रविवार, 28 जुलाई को दिल्ली में भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक भी हुई, जिसे लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं और तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि यह बैठक भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष की अगुवाई में हुई, जिसमें राजस्थान के पार्टी प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।
इस बैठक को राजस्थान में संगठनात्मक बदलाव और आगे की रणनीति तय करने के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।
मंत्रिमंडल विस्तार और नई कार्यकारिणी की चर्चाएं
राजस्थान में इन दिनों भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी के गठन और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी चर्चाएं जोरों पर हैं। सूत्रों की मानें तो पार्टी जल्द ही कुछ नए चेहरों को सरकार और संगठन में अहम जिम्मेदारी देने की तैयारी में है।
राज्य सरकार के कई मंत्री इन दिनों दिल्ली में ही मौजूद हैं, जबकि कुछ वरिष्ठ मंत्री पहले से राजधानी में डेरा डाले हुए हैं। इन बैठकों और दौरों को लेकर लगातार चर्चा हो रही है कि पार्टी नेतृत्व कोई बड़ा फैसला ले सकता है।
अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि इन राजनीतिक गतिविधियों से राजस्थान की भाजपा सरकार और संगठन में कोई ठोस बदलाव देखने को मिलेगा या फिर यह सब केवल सामान्य राजनीतिक प्रक्रियाओं का हिस्सा ही साबित होगा।