रूस ने रविवार को यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। 500 ड्रोन और 50 मिसाइलों से हुए हमले में 5 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। लवीव और जापोरिज्जिया में व्यापक तबाही और बिजली व्यवस्था ठप हो गई।
कीव। रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष ने एक बार फिर भयावह रूप ले लिया है। रविवार को रूस ने लगातार दूसरे दिन यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। इस हमले में 500 से अधिक ड्रोन और 50 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक, इस हमले में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। नागरिक ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है, जबकि कई शहरों में बिजली और संचार व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है।
रूस का संगठित हमला
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार सुबह कहा कि रूस ने नौ अलग-अलग क्षेत्रों को निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि हमला बेहद संगठित और व्यापक था, जिसका उद्देश्य नागरिक इलाकों में डर का माहौल बनाना और देश की बुनियादी सेवाओं को बाधित करना था। जेलेंस्की ने इस हमले को यूक्रेन की सुरक्षा व्यवस्था के लिए अब तक की सबसे बड़ी चुनौती बताया।
लवीव शहर में सबसे ज्यादा तबाही
रूसी हमले से यूक्रेन के पश्चिमी शहर लवीव (Lviv) में सबसे अधिक नुकसान हुआ। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, ड्रोन और मिसाइलों की बारिश ने शहर के कई इलाकों को तबाह कर दिया। चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए।
लवीव के महापौर एंड्री सदोवी ने बताया कि दो जिलों में बिजली सेवा पूरी तरह ठप हो गई है, जिससे परिवहन प्रणाली और अस्पतालों के कामकाज पर असर पड़ा। शहर के बाहरी इलाके में एक व्यावसायिक परिसर में आग लग गई, जिसे दमकल विभाग ने घंटों की मशक्कत के बाद काबू में लिया।
जापोरिज्जिया में भीषण विनाश
हमले का असर दक्षिण-पूर्वी शहर जापोरिज्जिया (Zaporizhzhia) में भी देखने को मिला। गवर्नर इवान फेडोरोव ने बताया कि हवाई हमले में एक महिला की मौत हुई, जबकि नौ लोग घायल हुए जिनमें 16 वर्षीय लड़की भी शामिल है।
स्थानीय प्रशासन ने कहा कि विस्फोटों की आवाज़ से शहर में दहशत फैल गई। कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। आपातकालीन सेवाएं मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हैं।
कई शहरों में छाया अंधेरा
यूक्रेन के ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, रूस के इस हमले से करीब 50 हजार घरों में बिजली चली गई है। कई शहरों में संचार और इंटरनेट सेवाएं ठप हो गई हैं। बिजली ग्रिड पर हुए हमलों ने देश के औद्योगिक क्षेत्रों और अस्पतालों को भी प्रभावित किया है। अधिकारियों का कहना है कि यह रूस का अब तक का सबसे समन्वित हमला था, जिसका लक्ष्य यूक्रेन की अर्थव्यवस्था और जनजीवन को पंगु बनाना है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की कड़ी प्रतिक्रिया
रूस के इस हमले की निंदा करते हुए कई देशों ने इसे “गैरकानूनी और अमानवीय” बताया है। संयुक्त राष्ट्र (UN) और यूरोपीय संघ (EU) ने रूस से तुरंत युद्धविराम (Ceasefire) की अपील की है। अमेरिका और ब्रिटेन ने कहा कि वे यूक्रेन की रक्षा जरूरतों के लिए और अधिक सहायता भेजेंगे। वहीं, फ्रांस ने रूस के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा बताया है।
जेलेंस्की का राष्ट्र के नाम संदेश
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने संबोधन में देशवासियों से संयम और धैर्य बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि “यूक्रेन अपनी संप्रभुता (Sovereignty) और नागरिकों की सुरक्षा के लिए आखिरी सांस तक लड़ेगा।”
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं ताकि युद्ध को रोका जा सके। जेलेंस्की ने वादा किया कि यूक्रेन पुनर्निर्माण की दिशा में तेजी से काम करेगा और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद दी जाएगी।