रुखसार रहमान ने उतार-चढ़ाव से भरे जीवन में संघर्ष, मातृत्व और आत्मनिर्भरता के साथ नई शुरुआत की है – अब वह स्पिरिचुअल शो से वापसी कर रही हैं।
Rukhsar Rehman: फिल्मों की चकाचौंध और लाइमलाइट के पीछे कई बार सितारों की ज़िंदगी में ऐसे लम्हे होते हैं जो आम लोगों से कहीं ज़्यादा गहरे और दर्दनाक होते हैं। ऐसी ही एक कहानी है अभिनेत्री रुखसार रहमान की, जिन्होंने 17 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और कई उतार-चढ़ाव भरे दौर से गुजरते हुए आज खुद को एक बार फिर मजबूती से साबित कर रही हैं।
शुरुआती करियर से लेकर दूसरा मौका
रुखसार रहमान ने 90 के दशक में अपने करियर की शुरुआत की थी। उनकी खूबसूरती और अदाकारी ने इंडस्ट्री का ध्यान खींचा, लेकिन परिवार की वजह से उन्होंने बीच में ब्रेक ले लिया। हालांकि दूसरी पारी में उन्होंने ‘पीके’, ‘सरकार’, ‘गॉड तुस्सी ग्रेट हो’, ‘उरी’ और ‘83’ जैसी हिट फिल्मों में यादगार भूमिका निभाई।
दो रिश्ते, दो दर्द और एक नई शुरुआत
रुखसार की निजी जिंदगी किसी रोलर कोस्टर से कम नहीं रही। एक तलाक और फिर एक सेपरेशन के बाद उन्होंने अकेले अपनी बेटी आयशा अहमद की परवरिश की। रुखसार कहती हैं, 'जब आप किसी रिश्ते से बाहर आते हैं, तो वो आपको तोड़ देता है। लेकिन वक्त सबसे बड़ा मरहम होता है। मेरी बेटी, मेरे दोस्त और परिवार ने मुझे फिर से खड़ा होने का हौसला दिया।'
'अब मुझे सिर्फ अच्छे काम की तलाश है'
एक युवा बेटी की मां और अब एक इंडिपेंडेंट महिला के तौर पर रुखसार अकेलापन महसूस नहीं करतीं। वह कहती हैं, 'मुझे मोहब्बत की तलाश नहीं, बल्कि अपने काम से प्यार है। मेरी बेटी आयशा मेरी सबसे अच्छी साथी है और उसका साथ ही काफी है।' हालांकि वह यह भी मानती हैं कि कंपेनियनशिप की कमी ज़रूर महसूस होती है, लेकिन आजकल की दुनिया में किसी भी रिश्ते की गारंटी नहीं होती। इसलिए उन्होंने अपनी जिंदगी को जैसे है, वैसे अपनाया है।
सिंगल पैरेंट के तौर पर सफर
एक सिंगल मदर के रूप में उनकी ज़िंदगी काफी सधी हुई रही। रुखसार बताती हैं कि आयशा शुरू में उनके माता-पिता के पास रहती थीं और फिर बोर्डिंग स्कूल गईं। शूटिंग के दौरान अगर बेटी बीमार पड़ जाती थी तो वे बेहद बेचैन हो जाती थीं। उन्होंने यह भी कहा, 'अब तो सिंगल पैरेंट होना मेरी आदत और जीवनशैली बन चुकी है।'
‘सनम बेवफा’ की रुखसार बनते-बनते रह गईं
बहुत कम लोग जानते हैं कि रुखसार को महज 15 साल की उम्र में सलमान खान के अपोजिट ‘सनम बेवफा’ में लिया गया था। फिल्म की कुछ शूटिंग भी हो गई थी, लेकिन उनके पिता को कॉन्ट्रैक्ट के कुछ क्लॉज मंजूर नहीं थे, इसलिए उन्होंने मना कर दिया। फिल्म में बाद में चांदनी को लिया गया और उनका नाम ‘रुखसार’ ही रखा गया। रुखसार इस बारे में कहती हैं, 'कभी-कभी सोचती हूं कि सलमान के साथ करियर की शुरुआत होती तो शायद मेरी ज़िंदगी कुछ और होती, लेकिन जो आज है, मैं उससे खुश हूं।'
अब बनेंगी स्पिरिचुअल शो की होस्ट
रुखसार अब एक नया चैप्टर शुरू कर रही हैं। वे जल्द ही ‘द वेदाज़ स्पीक: अवर स्पिरिचुअल GPS’ नामक चैट शो होस्ट करती नजर आएंगी, जो आध्यात्मिकता और आंतरिक शांति जैसे मुद्दों पर आधारित है। वह कहती हैं, 'अध्यात्म मेरा हमेशा से झुकाव रहा है। यह शो वेदों की आध्यात्मिक गहराई को आज के दौर से जोड़ता है। यह मेरी आत्मा से जुड़ा है।'
अन्नू कपूर और राजकुमार संतोषी संग काम
रुखसार हाल ही में अन्नू कपूर के साथ फिल्म ‘उत्तर दा पुत्तर’ की शूटिंग कर चुकी हैं और साथ ही एक बड़े प्रोजेक्ट में राजकुमार संतोषी के साथ भी काम कर रही हैं। वह कहती हैं, 'अन्नू जी जैसे अनुभवी कलाकार के साथ काम करना बहुत कुछ सिखाता है। वहीं संतोषी जी के साथ का अनुभव अभी साझा नहीं कर सकती, मगर गर्व ज़रूर है।'