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सीजफायर के बाद भी नहीं थमा तनाव: ड्रोन हमले, ब्लैकआउट और एयरस्ट्राइक के साए में भारत-पाक संबंध

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक बड़ा आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हमला देशभर में आक्रोश का कारण बना और सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई। 

India-Pakistan Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सीजफायर समझौता महज कुछ घंटों में ही टूट गया, जिसके बाद सीमा पर तनाव और भी बढ़ गया है। सीजफायर की घोषणा अमेरिका की मध्यस्थता में हुई थी, लेकिन इसके बावजूद सीमा पार से गतिविधियों में कोई खास कमी नहीं आई। जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात तक के सीमावर्ती क्षेत्रों में दोबारा ब्लैकआउट लागू करना पड़ा है। इस तनावपूर्ण स्थिति ने आम नागरिकों की चिंता बढ़ा दी है और देशभर में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।

1. पहलगाम हमला बना एयरस्ट्राइक की वजह    
 
सीजफायर की घोषणा से पहले 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भीषण आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया और सरकार ने इसे एक निर्णायक मोड़ मानते हुए सैन्य कार्रवाई का संकेत दिया। इसके 15 दिन बाद भारत ने 7-8 मई की रात को पाकिस्तान और पीओके (PoK) में स्थित आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की।

2. ऑपरेशन 'सिंदूर' के तहत 100 आतंकियों का खात्मा

भारतीय वायुसेना ने इस कार्रवाई को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया, जिसके तहत आतंकियों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, लगभग 100 आतंकवादियों को इस हमले में ढेर कर दिया गया। सरकार ने इसे आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इस कार्रवाई की जानकारी दी।

3. पाकिस्तान की जवाबी प्रतिक्रिया: ड्रोन और मिसाइल अटैक

एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने इसे अपनी संप्रभुता पर हमला बताते हुए सीमा पर गोलीबारी शुरू कर दी। चार दिनों तक पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल के जरिए हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने इन सभी प्रयासों को विफल कर दिया।

4. अमेरिका की मध्यस्थता में सीजफायर समझौता

10 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'ट्रुथ सोशल' पर घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान ने अमेरिका की मध्यस्थता में पूर्ण युद्धविराम पर सहमति जताई है। उन्होंने इसे "कॉमन सेंस और महान बुद्धिमत्ता" का उदाहरण बताया और दोनों देशों की तारीफ की।

5. कुछ घंटों में ही सीजफायर का उल्लंघन

घोषणा के महज कुछ घंटों बाद ही जम्मू-कश्मीर में ड्रोन अटैक हुआ, जिसके जवाब में भारतीय सुरक्षा बलों को वायु रक्षा प्रणालियों को सक्रिय करना पड़ा। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने रात 11 बजे एक आपातकालीन प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि की और पाकिस्तान पर सीजफायर तोड़ने का आरोप लगाया।

6. पंजाब, राजस्थान और गुजरात में फिर से ब्लैकआउट

सीजफायर की घोषणा के बाद हटाए गए ब्लैकआउट प्रतिबंधों को फिर से लागू करना पड़ा। पंजाब के 8 जिलों – होशियारपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का, पठानकोट, पटियाला, मोगा, कपूरथला और मुक्तसर में ब्लैकआउट किया गया। अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ने सुबह एक बयान में नागरिकों से घरों में ही रहने और खिड़कियों से दूर रहने की अपील की।

गुजरात के कच्छ, पाटन, जामनगर, संतालपुर और बनासकांठा में भी ब्लैकआउट लागू किया गया है। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लोगों से घबराने के बजाय सतर्क रहने को कहा। राजस्थान के जोधपुर, जैसलमेर और गंगानगर में भी एहतियात के तौर पर ब्लैकआउट दोबारा शुरू किया गया।

7. जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़, जवान घायल

सीजफायर के उल्लंघन के बाद जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में एक संदिग्ध घुसपैठिए के साथ मुठभेड़ में सेना का एक जवान घायल हो गया। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि सीमा पार से हमले की कोशिशें अब भी जारी हैं।

8. पाकिस्तान की अंदरूनी कलह उजागर

सीजफायर उल्लंघन के बाद पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने स्वीकार किया कि सरकार और सेना के बीच इस मुद्दे पर गंभीर मतभेद हैं। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान सरकार शांति के लिए तैयार थी, लेकिन सेना ने अपनी मनमानी की।

9. दिल्ली एयरपोर्ट पर स्थिति सामान्य

इस सबके बीच दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी (DIAL) ने कहा है कि हवाई यातायात सामान्य रूप से चल रहा है और किसी तरह की अतिरिक्त सुरक्षा रोकटोक नहीं लगाई गई है।

10. भविष्य अनिश्चित, सतर्कता बनी रहेगी

हालांकि दोनों देशों ने एक बार फिर से सीजफायर की बात दोहराई है, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रहे उल्लंघनों से भारत में चिंता गहराई है। सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बरती जा रही है।

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