भारतीय सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI तक पहुंचाने के आरोप में एक जवान की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। पंजाब स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने दविंदर सिंह नामक इस जवान को जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के उड़ी सेक्टर से गिरफ्तार किया है। दविंदर सिंह पंजाब के संगरूर जिले के निहालगढ़ शादीहेड़ी गांव का रहने वाला है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दविंदर सेना से जुड़ी संवेदनशील और गोपनीय जानकारी दुश्मन देश को लीक कर रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब जांच एजेंसियां उसे कड़ी पूछताछ के घेरे में लेकर पूरे नेटवर्क की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं।
पूर्व सैनिक की निशानदेही पर हुई गिरफ्तारी
SSOC की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दविंदर सिंह की गिरफ्तारी एक अन्य आरोपी गुरप्रीत सिंह उर्फ गुरी की निशानदेही पर की गई है, जो पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। गुरप्रीत सेना का पूर्व जवान है और उस पर भी ISI के लिए जासूसी करने का आरोप है।
बताया जा रहा है कि दविंदर और गुरप्रीत लंबे समय से संपर्क में थे और मिलकर भारतीय सेना से जुड़े दस्तावेजों को हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। खास बात यह है कि दविंदर ने फिरोजपुर जेल में बंद रहते हुए भी गुरप्रीत की मदद की थी। यह कड़ी जांच एजेंसियों के लिए अब एक बड़ा सिरदर्द बन चुकी है।
स्वर्ण मंदिर को उड़ाने की धमकी
दूसरी ओर, पंजाब में एक और सुरक्षा से जुड़ी चिंता सामने आई है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि 14 जुलाई से अब तक स्वर्ण मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी वाले पांच ईमेल मिले हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और पुलिस प्रशासन को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।
अमृतसर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए स्वर्ण मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) की बम निरोधक टीम को भी इलाके में तैनात कर दिया गया है। हालांकि अब तक धमकी भरे ईमेल भेजने वाले की पहचान नहीं हो सकी है, लेकिन जांच तेजी से जारी है।