नवंबर और दिसंबर 2025 में भारतीय शेयर बाजार में लगभग 40,000 करोड़ रुपए के बड़े आईपीओ आने की उम्मीद है। लेंसकार्ट, ग्रो, पाइन लैब्स, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी और बोट जैसे नाम आने वाले हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन इश्यूज का प्रदर्शन मूल्य निर्धारण और कंपनियों की क्वालिटी पर निर्भर करेगा और अगले साल 200 से ज्यादा आईपीओ आ सकते हैं।
Stock market: भारतीय शेयर बाजार में अगले दो महीनों में आईपीओ की नई लहर आने वाली है, जिसमें कुल लगभग 40,000 करोड़ रुपए जुटाए जा सकते हैं। नवंबर और दिसंबर में लेंसकार्ट, ग्रो, पाइन लैब्स, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी और बोट जैसे प्रमुख कंपनियों के आईपीओ लॉन्च होने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि मूल्य निर्धारण और कंपनियों की क्वालिटी के आधार पर निवेशकों की प्रतिक्रिया तय करेगी कि इस वेव का असर अगले साल 2026 तक बरकरार रहेगा या नहीं।
अक्टूबर में दो दिग्गज का दबदबा
अक्टूबर 2025 में एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया और टाटा कैपिटल ने प्राइमरी मार्केट में अपनी एंट्री दी। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का 11,600 करोड़ रुपये का आईपीओ 54 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन के बाद अपने इश्यू प्राइस से 50 प्रतिशत प्रीमियम पर लिस्टिंग हुआ। यह लिस्टिंग पिछले कुछ वर्षों में किसी भी लार्जकैप आईपीओ के लिए बेहतरीन मानी गई। इसके विपरीत, टाटा कैपिटल के 15,500 करोड़ रुपये के आईपीओ की शुरुआत अपेक्षाकृत ठंडी रही। भले ही इसे जबरदस्त सब्सक्रिप्शन मिला, लेकिन लिस्टिंग लगभग सपाट रही।
विश्लेषकों का मानना है कि टाटा कैपिटल के आईपीओ की ठंडी शुरुआत के पीछे शॉर्ट टर्म ट्रिगर्स की कमी रही, जबकि फंडामेंटल मजबूत बने रहे। इसने निवेशकों को सतर्क रखा और शुरुआती लिस्टिंग में सीमित उत्साह दिखा।
नए आईपीओ की संभावना
अगले दो महीनों में प्राइमरी मार्केट में पांच बड़े आईपीओ आने की उम्मीद है। इनमें फिनटेक, एसेट मैनेजमेंट, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और लाइफस्टाइल सेक्टर के बड़े नाम शामिल हैं। कुल मिलाकर ये आईपीओ 35,000 से 40,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटा सकते हैं।
आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट नवंबर की शुरुआत में 8,000 करोड़ रुपये का आईपीओ लॉन्च कर सकता है। टेमासेक और केकेआर द्वारा समर्थित यह ओमनीचैनल रिटेलर इस राशि का उपयोग टियर-2 और टियर-3 शहरों में विस्तार, मैन्युफैक्चरिंग और डिजिटल इंफ्रा मजबूत करने में करेगा।
ऑनलाइन ब्रोकरेज ग्रो भी नवंबर के पहले सप्ताह में 7,000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की योजना बना रहा है। इसके अलावा पाइन लैब्स, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी, बोट, सनशाइन पिक्चर्स, हीरो फिनकॉर्प, ओमनीटेक इंजीनियरिंग, ओरिएंट केबल्स और प्रायोरिटी ज्वेल्स समेत कई कंपनियों के आईपीओ साल के अंत तक मार्केट में आने की संभावना है।
निवेशकों का भरोसा
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के शानदार प्रदर्शन ने प्राइमरी मार्केट में निवेशकों का भरोसा बढ़ाया। बोनान्जा के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट नितिन जैन के अनुसार, अक्टूबर में आए बड़े आईपीओ ने बाजार में निवेशकों की रुचि परखने का अवसर दिया। हालांकि, सभी आईपीओ एलजी जैसी सफलता नहीं देख पाए। इस महीने लॉन्च हुए बारह प्रमुख आईपीओ में से आठ अपने इश्यू प्राइस से नीचे कारोबार कर रहे हैं। यह दर्शाता है कि कुछ जारीकर्ता वैल्यूएशन में आक्रामक रहे, जबकि रिटेल निवेशक सतर्क नजर आए।
अगले साल के लिए संकेत
ब्रोकरेज हाउसेज का मानना है कि 2026 में 200 से अधिक आईपीओ आ सकते हैं। अनुमान है कि इन कंपनियों द्वारा लगभग 35 अरब डॉलर जुटाए जा सकते हैं। हालांकि, इसमें छोटे इश्यू अधिक हैं। 1,000 करोड़ रुपये से कम के आईपीओ कुल जारी किए गए आईपीओ का लगभग दो-तिहाई हिस्सा हैं। वहीं, 5,000 करोड़ रुपये से अधिक के बड़े इश्यू कुल आईपीओ का केवल चार प्रतिशत हैं, लेकिन कुल धन उगाहने का लगभग एक-चौथाई हिस्सा बड़े इश्यू से आएगा।