L&T को सऊदी अरब में ₹2,500 करोड़ से ₹5,000 करोड़ के बीच का पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट मिला है। इस खबर से कंपनी के शेयरों में 0.32% की तेजी आई। प्रोजेक्ट का उद्देश्य सऊदी अरब की बिजली आपूर्ति को आधुनिक और विश्वसनीय बनाना है, जिससे देश के नवीकरणीय ऊर्जा ढांचे को मजबूती मिलेगी।
L&T Shares: भारत की प्रमुख इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (L&T) ने बुधवार को बताया कि उसे सऊदी अरब में ₹2,500 करोड़ से ₹5,000 करोड़ के बीच की वैल्यू वाला बड़ा पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट मिला है। यह प्रोजेक्ट 380 kV क्षमता वाले सबस्टेशन और ट्रांसमिशन लाइनों के निर्माण से जुड़ा है, जिसका उद्देश्य सऊदी अरब की बिजली ग्रिड को हाईटेक और स्थिर बनाना है। इस घोषणा के बाद बीएसई पर L&T का शेयर 0.32% बढ़कर ₹3,985.50 पर पहुंच गया। कंपनी का यह अंतरराष्ट्रीय ठेका मध्य-पूर्व में उसके विस्तार को और मजबूती देगा।
L&T को मिला पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट
L&T ने बुधवार को शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बताया कि उसकी पावर ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन डिविजन को सऊदी अरब में कई बड़े ऑर्डर मिले हैं। ये प्रोजेक्ट सऊदी अरब की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत और आधुनिक बनाने से जुड़े हैं। कंपनी 380 किलोवोल्ट (kV) की क्षमता वाले सबस्टेशन और ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण करेगी। एलएंडटी के अनुसार, किसी भी प्रोजेक्ट को “लार्ज ऑर्डर” की श्रेणी में तब रखा जाता है जब उसकी वैल्यू 2,500 करोड़ रुपये से 5,000 करोड़ रुपये के बीच होती है।
दो चरणों में पूरा होगा यह बड़ा प्रोजेक्ट
L&T ने बताया कि यह प्रोजेक्ट दो अलग-अलग चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में कंपनी 380 kV के ट्रांसफॉर्मर, रिएक्टर और पावर सिस्टम प्रोटेक्शन से जुड़े उपकरणों का निर्माण करेगी। इसके अलावा कंट्रोल, ऑटोमेशन, टेलीकम्युनिकेशन, एचवीएसी (HVAC) यानी हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग, तथा फायरफाइटिंग सिस्टम जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं की स्थापना भी इसी चरण में की जाएगी।
दूसरे चरण में 380 kV की ओवरहेड ट्रांसमिशन लाइनों को बिछाया जाएगा, जिनकी कुल लंबाई 420 किलोमीटर से ज्यादा होगी। इस नेटवर्क के जरिए सऊदी अरब की बिजली आपूर्ति को और अधिक विश्वसनीय और हाईटेक बनाया जाएगा।
एलएंडटी शेयर में मजबूती

इस नई उपलब्धि का असर बुधवार को शेयर बाजार में भी देखने को मिला। एलएंडटी का शेयर शुरुआती कारोबार में 0.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,985.50 रुपये पर पहुंच गया। हालांकि, कुछ निवेशकों ने मुनाफावसूली की कोशिश की, फिर भी एलएंडटी के शेयर ने मजबूती बनाए रखी।
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि यह नया ऑर्डर कंपनी के ऑर्डर बुक को और मजबूत करेगा और आने वाले महीनों में इसके राजस्व पर सकारात्मक असर दिखेगा। घरेलू और विदेशी दोनों बाजारों में एलएंडटी की मजबूत स्थिति इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती है।
सऊदी अरब की बिजली व्यवस्था में आएगा बड़ा बदलाव
एलएंडटी ने कहा कि सऊदी अरब इन दिनों अपने नेशनल रिन्यूएबल एनर्जी प्रोग्राम (NREP) के तहत बिजली ग्रिड को अपग्रेड कर रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि देश में तेजी से बढ़ रहे सोलर और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट किया जा सके। नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन बढ़ने के साथ मजबूत ट्रांसमिशन नेटवर्क की जरूरत बढ़ गई है। ऐसे में एलएंडटी का यह प्रोजेक्ट सऊदी अरब के ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक अहम कदम साबित होगा।
कंपनी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में अत्याधुनिक तकनीक, ऑटोमेशन सिस्टम और सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इससे न केवल सऊदी अरब की पावर ग्रिड ज्यादा स्थिर और कुशल बनेगी, बल्कि बिजली की लागत भी लंबे समय में कम हो जाएगी।
सऊदी अरब में ऊर्जा क्षेत्र के लिए अहम कदम
सऊदी अरब आने वाले वर्षों में अपनी कुल बिजली उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा नवीकरणीय स्रोतों से हासिल करने का लक्ष्य रखता है। देश ने हाल के वर्षों में सोलर और विंड प्रोजेक्ट्स पर बड़े पैमाने पर निवेश बढ़ाया है। एलएंडटी की यह परियोजना न सिर्फ इस दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह देश की ऊर्जा सुरक्षा को भी मजबूत करेगी।
सऊदी सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक अपनी कुल ऊर्जा खपत में नवीकरणीय ऊर्जा का हिस्सा 50 प्रतिशत तक पहुंचाया जाए। एलएंडटी जैसी वैश्विक इंजीनियरिंग कंपनियों की भागीदारी इस लक्ष्य को हासिल करने में बड़ी भूमिका निभा रही है।













